प्ले स्टोर पर बैन हों ऐसे एेप

आज संपूर्ण विश्व को सूचना क्रांति के माध्यम से इंटरनेट इंडस्ट्री की महानतम कंपनियों ने एक ब्राऊजर में सीमित कर दिया है. जहां जी चाहा, किसी भी हैंडहेल्ड डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, टैबलेट आदि के माध्यम से ब्राउजर को खोल कर जिस किसी जानकारी की आवश्यकता हुई, देख लिया, समझ लिया. ऑनलाइन सर्फिंग, प्रतियोगी परीक्षाओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2016 1:40 AM

आज संपूर्ण विश्व को सूचना क्रांति के माध्यम से इंटरनेट इंडस्ट्री की महानतम कंपनियों ने एक ब्राऊजर में सीमित कर दिया है. जहां जी चाहा, किसी भी हैंडहेल्ड डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, टैबलेट आदि के माध्यम से ब्राउजर को खोल कर जिस किसी जानकारी की आवश्यकता हुई, देख लिया, समझ लिया. ऑनलाइन सर्फिंग, प्रतियोगी परीक्षाओं में आवेदन, विद्यालय/महाविद्यालय आदि में फीस भरना, ऑनलाइन शॉपिंग, आयकर रिटर्न भरना, बिजली/टेलीफोन/मोबाइल बिल भरना आदि लगभग आज हर एक आवश्यक कार्य इंटरनेट पर पूर्ण रूप से निर्भर होता जा रहा है.

वेबसाइट्स अब मोबाइल एेप पर सिमट आये हैं. छोटी या बड़ी ऑनलाइन पब्लिशिंग अब एेप के माध्यम से गूगल प्ले स्टोर पर पेश किये जा रहे हैं, ताकि इन्हें अपने मनोवांछित डिवाइस पर यूजर इनस्टॉल करके उनका सदुपयोग कर सके. गूगल के इस प्लेटफॉर्म पर भी मास्टर मॉनिटरिंग की आवश्यकता है, ताकि अवांछित एेप्स की अपलोडिंग पर पाबंदी लग सके. कई ऐसे एेप्स गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं, जिनकी उपलब्धता की आवश्यकता कतई नहीं है, जैसे कि दूसरों के वाई-फाई पासवर्ड को चोरी करने से संबंधित एेप, एडल्ट कंटेंट्स से भरपूर वीडियो गेम्स आदि. आवश्यकता है सूचना क्रांति के उन बेहतरीन उदाहरणों की, जो एेप के जरिये भटकती पीढ़ी को सक्षम, सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर बना सके़

आशुतोष चंद्र मिश्र, हजारीबाग

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