पानी रे पानी!
देर से सही, मानसून ने अब तक पूरे राज्य में दस्तक दे दी है. बारिश और ठंडी हवाओं ने शहरवासियों को गर्मी से राहत दी है. बरसात के कारण कई सूखी नदियों में पानी भी दिखने लगा है. उम्मीद है कि अच्छी बारिश से भू-जलस्तर भी बढ़ेगा, जिससे अगले वर्ष लोगों को सूखे की मार […]
देर से सही, मानसून ने अब तक पूरे राज्य में दस्तक दे दी है. बारिश और ठंडी हवाओं ने शहरवासियों को गर्मी से राहत दी है. बरसात के कारण कई सूखी नदियों में पानी भी दिखने लगा है. उम्मीद है कि अच्छी बारिश से भू-जलस्तर भी बढ़ेगा, जिससे अगले वर्ष लोगों को सूखे की मार कम झेलनी पड़ेगी. लेकिन एक तरफ जहां बारिश लोगों को राहत दे रही है, तो दूसरी तरफ उनके लिए परेशानी भी खड़ी कर रही है.
बरसात के कारण लगभग सभी गली-मोहल्ले जल-जमाव की चपेट में आ गये हैं. कई गलियों में पानी घुटने तक भर जाता है और यह पानी नालियों का होता है. नालियों में सही बहाव की कमी है, जिस कारण थोड़ी-सी बारिश से इसका पानी सड़कों पर आ जाता है. इस कारण लोगों को, खास कर पैदल चलने वालों को और दुपहिया इस्तेमाल करनेवालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
जल-जमाव के कारण सड़कों पर बन आये गड्ढों का पता नहीं चल पाता है, जिस कारण दुर्घटना की स्थिति बनी रहती है. पैदल चलने वाले लोग इस नाली के पानी में ही चलने को मजबूर हैं. नाली का गंदा पानी फैलने से शहर में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है. प्रशासन की तरफ से नालियों का बहाव ठीक नहीं कराया जा रहा है और न ही मच्छरों के प्रकोप को घटाने के लिए कोई उपाय किये जा रहे हैं. लोगों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन इस ओर ध्यान दे ताकि लोगों को राहत मिल सके.
संजना शिप्पी, बरियातू, रांची