देर आये दुरुस्त आये
भारत को आजाद कराने के लिए कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी. कुछ के बारे में तो हम जानते हैं, लेकिन अधिकांश शहीदों का तो हमें नाम तक नहीं पता. इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने ‘जरा याद करो कुर्बानी’ नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है. निश्चित रूप से […]
भारत को आजाद कराने के लिए कई वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी. कुछ के बारे में तो हम जानते हैं, लेकिन अधिकांश शहीदों का तो हमें नाम तक नहीं पता. इसी बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने ‘जरा याद करो कुर्बानी’ नामक कार्यक्रम की शुरुआत की है.
निश्चित रूप से यह कार्यक्रम उन शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिनके बारे में हमें कुछ जानकारी नहीं है. इसके लिए केंद्र सरकार की जितनी तारीफ की जाये, उतनी ही कम है. इस प्रकार के कार्यक्रम बहुत पहले शुरू हो जाने चाहिए थे. लेकिन देर से ही सही, जंग-ए-आजादी के सिपाहियों को जानने की यह पहल बहुत अच्छी है.
रंजीत खलखो, बुंडू