एक ओर सरकार देश के बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को बैंक और पोस्ट ऑफिस के माध्यम से जोड़ने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी तरफ देश की जनता को लाचारी और पराधीनता जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है़ कभी-कभी बैंक या पोस्ट ऑफिस में पैसा रहने के बावजूद लिंक फेल की वजह से घंटों तक इंतजार के बाद भी पैसा नहीं मिलता है.
वैसी परिस्थिति में किसी पीड़ित रोगी की जान संकट में पड़ जाती है. वैसे तो सुनने वाला कोई है नहीं, फिर भी सरकार से मैं अपील करना चाहूंगा कि लिंक फेल की स्थिति से निबटने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था की जाये.
महाबीर साहु, ई-मेल से