क्या यही हैं अच्छे दिन?
आज पूरा देश महंगाई, भूख, गरीबी और बेकारी सहित अनेक समस्याओं से परेशान है, लेकिन सरकार कहती है कि तरक्की हो रही है, कहीं कोई समस्या नहीं है. पहले जब कांग्रेस की अगुवाईवाली यूपीए की सरकार थी, तब हर समस्या पर सरकार को घेरनेवाली मीडिया आज मौन रहकर सरकार का समर्थन कर रही है़ कांग्रेस […]
आज पूरा देश महंगाई, भूख, गरीबी और बेकारी सहित अनेक समस्याओं से परेशान है, लेकिन सरकार कहती है कि तरक्की हो रही है, कहीं कोई समस्या नहीं है. पहले जब कांग्रेस की अगुवाईवाली यूपीए की सरकार थी, तब हर समस्या पर सरकार को घेरनेवाली मीडिया आज मौन रहकर सरकार का समर्थन कर रही है़
कांग्रेस के 60 साल के शासन का दुष्प्रचार कर केवल पांच साल में देश की तसवीर और तकदीर बदलने का दावा कर भाजपा सत्ता में आयी थी. इन दो सालों के शासन में तकदीर तो नहीं, लेकिन तसवीर जरूर बदल गयी़ सामाजिक सद्भाव बिगड़ गया़ समय-समय पर नये-नये आंदोलन हो रहे हैं, क्या ऐसे ही अच्छे दिनों की कामना की थी हमने?
राजन राज, रांची