विश्वास जीते पुलिस
अक्सर हम खबरों में देखते हैं कि सड़क पर शव रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया़ ऐसा करनेवाले लोग आमतौर पर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार करते हैं. सबसे पहली बात तो यह कि कोई भी व्यक्ति हरगिज यह नहीं चाहेगा कि उसके सगे-संबंधी की लाश सड़क पर घंटों तक पड़ी रहे़ इसके […]
अक्सर हम खबरों में देखते हैं कि सड़क पर शव रखकर मार्ग अवरुद्ध कर दिया गया़ ऐसा करनेवाले लोग आमतौर पर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार करते हैं.
सबसे पहली बात तो यह कि कोई भी व्यक्ति हरगिज यह नहीं चाहेगा कि उसके सगे-संबंधी की लाश सड़क पर घंटों तक पड़ी रहे़ इसके पीछे भी एक वजह होती है़ नागरिकों के बीच यह विश्वास जम चुका है कि बगैर भीड़ एकत्रित किये पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती़
नागरिकों का पुलिस से विश्वास कम होना लोकतांत्रिक देश के लिए घातक है़ न्याय का हक अकेले व्यक्ति को भी मिलना चाहिए़ उसके साथ अन्याय की प्रक्रिया पुलिस से ही आरंभ हो जाती है़ न्याय के मामलों में भीड़ तो कहीं भी नजर नहीं आनी चाहिए़ इसके लिए पुलिस तंत्र को जनता का विश्वास जीतना होगा़
साक्षी पांडेय, धनबाद