मच्छरों से निबटने की तैयारी
जैसे-जैसे बरसात का मौसम बीतने लगता है, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियां अपने तेवर दिखाने लगती हैं. इसकी चपेट में हजारों लोग आ जाते हैं. ऐसा अक्सर देखा जाता है कि हमारा स्वास्थ्य तंत्र ऐसी बीमारियों से निबटने के लिए तैयार नहीं रहता. मच्छर-मारक दवाइयां समय पर नहीं छिड़की जातीं. साफ-सफाई का ध्यान नहीं […]
जैसे-जैसे बरसात का मौसम बीतने लगता है, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियां अपने तेवर दिखाने लगती हैं. इसकी चपेट में हजारों लोग आ जाते हैं. ऐसा अक्सर देखा जाता है कि हमारा स्वास्थ्य तंत्र ऐसी बीमारियों से निबटने के लिए तैयार नहीं रहता.
मच्छर-मारक दवाइयां समय पर नहीं छिड़की जातीं. साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता, कूड़े के ढेर और रुका हुआ पानी मच्छरों का गढ़ बन जाता है. दरअसल, ऐसी बीमारियों से निबटने के लिए तुरंत एहतियाती कदम उठाये जाने चाहिए. अस्पतालों में भी मरीजों को तुरंत और बेहतर इलाज देने के लिए तैयार रहना चाहिए. इन बीमारियों से बचाव की दवाइयां भी समय-समय पर उपलब्ध रहनी चाहिए. और सबसे बड़ी बात तो यह कि आम जनता को भी इसमें सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए़
विनय पूर्ति, पश्चिमी सिंहभूम