हजारों क्रिकेट प्रेमियों का आदर्श बन चुके सचिन रमेश तेंदुलकर सिर्फ खेल में हीं नहीं बल्कि आचरण व व्यवहार में भी महान थे. इसी कारण से वे भारत रत्न पाने के सही हकदार बने. अपने खेल से सभी को आश्चर्य में डाल देनेवाले इस छोटे कद के खिलाड़ी की बड़ी-बड़ी पारियां क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में अभी भी घूम रही हैं.
याद कीजिये वह दिन जब इस खिलाड़ी का पर्दापण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हो रहा था. उस समय के सर्वश्रेष्ठ पाकिस्तानी बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने उन्हें मुंबई जाकर दूध पीने की घमंडी सलाह दी थी. लेकिन जब सचिन ने मैदान में उतरते ही जिस तरह गेंदबाज अब्दुल कादिर की घूमती गेंदों पर छक्के लगाने शुरू किये, तो सभी देखते रह गये. फिर तो मियांदाद सचिन के फैन ही बन गये. यह सचिन के व्यक्तित्व का नतीजा है कि आलोचक भी उन्हें महान मानने लगे.
विनोद चंद्रपुरियार, चंद्रपुरा, बोकारो