प्रगति की ओर कदम बढ़ायें

रिजर्व बैंक की सिफारिश को संदर्भहीन बताते हुए इस्लामिक बैंकिंग को केंद्र सरकार ने नकारा है. भारत में धर्म के आधार पर बैंकिंग की जरूरत कभी खड़ी नहीं हुई. भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र कहा जाता है तो धर्म के नाम पर बैंकिंग के विषय को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने आगे बढ़ाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2016 1:37 AM
रिजर्व बैंक की सिफारिश को संदर्भहीन बताते हुए इस्लामिक बैंकिंग को केंद्र सरकार ने नकारा है. भारत में धर्म के आधार पर बैंकिंग की जरूरत कभी खड़ी नहीं हुई. भारत को धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र कहा जाता है तो धर्म के नाम पर बैंकिंग के विषय को रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने आगे बढ़ाना तर्कसंगत नहीं समझा है.
विभिन्न जाति-धर्म के लोगों को जोड़कर रखने की जरूरत है. सभी देशवािसयों में किसी प्रकार का भेदभाव न हो, ऐसा प्रयास करना चाहिए. अपने देश के नियमों के अनुसार चलने की आदत डालने से किसी भी क्षेत्र में धर्म के नाम पर अलग व्यवस्था करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
अमित पडियार, इमेल से

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