वाह रे बिल फाड़नेवाले जवां मर्द!
दिल्ली के मुख्यमंत्री की मेज पर अदरक की मौजूदगी, कानून मंत्री सोमनाथ भारती की मेज पर चूड़ियां. मोदी जी के हाथ में चाय की केतली. जाने-माने वकील प्रशांत भूषण के हाथ में झाड़ू और संसद के अंदर काली मिर्च व चाकू. जरा सोचें, क्या ये सब सामान हम सब को एक महत्वपूर्ण विधेयक की ओर […]
दिल्ली के मुख्यमंत्री की मेज पर अदरक की मौजूदगी, कानून मंत्री सोमनाथ भारती की मेज पर चूड़ियां. मोदी जी के हाथ में चाय की केतली. जाने-माने वकील प्रशांत भूषण के हाथ में झाड़ू और संसद के अंदर काली मिर्च व चाकू.
जरा सोचें, क्या ये सब सामान हम सब को एक महत्वपूर्ण विधेयक की ओर इशारा नहीं कर रहे हैं. इन सारे के सारे सामानों का सीधा संबंध घर और रसोईघर से है. रसोईघर के सामानों का इस्तेमाल आंदोलन में हो रहा है. लेकिन खुदा को जवां मर्द समझनेवाले ये सांसद महिला आरक्षण बिल पर हंगामा करते हैं. एक महाशय ने तो बिल की प्रति ही फाड़ दी.
कुछ ने तो लिपिस्टक का हवाला दे कर बिल का विरोध किया. लेकिन सत्ता सुख भोगने की बात जब भी होती है, ये उन सामानों का सहारा लेते हैं जिनको ये कहते रहे हैं कि ये तो महिलाओ के लिए बने हैं.
गणोश सीटू, हजारीबाग