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लहूलुहान मणिपुर
उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर कराह रहा है. कौन उसकी वेदना एवं पीड़ा की सुध लेनेवाला है? किसे है बेचारी मणिपुरी जनता का ख्याल? मुख्यधारा से एकदम अलग- थलग. वर्षों से “फूट डालो और शासन करो” की नीति ने मणिपुर को लहूलुहान कर दिया है. पूरी आबादी पहाड़ी एवं मैदानी में बंटी हुई है. मणिपुर सरकार […]
उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर कराह रहा है. कौन उसकी वेदना एवं पीड़ा की सुध लेनेवाला है? किसे है बेचारी मणिपुरी जनता का ख्याल? मुख्यधारा से एकदम अलग- थलग. वर्षों से “फूट डालो और शासन करो” की नीति ने मणिपुर को लहूलुहान कर दिया है. पूरी आबादी पहाड़ी एवं मैदानी में बंटी हुई है.
मणिपुर सरकार द्वारा राज्य में मौजूदा नौ जिलों का विभाजन कर और सात नये जिलों के गठन के फैसले ने असमानता की बढ़ती खाई को और बढ़ा दिया है. लुक ईस्ट एवं एक्ट ईस्ट पालिसी का क्या हुआ? बगैर मणिपुर के इन पॉलिसीज का कोई औचित्य नहीं. सैन्य बलों की बहाली से कोई रास्ता निकलता नहीं दिखाई पड़ता है. समय की मांग है डायलॉग और डिसकोर्स की. अन्यथा चरमराते हुए भारतीय संघीय ढांचे को ध्वस्त होते देर न लगेगी.
संतोष सिंह, रिषड़ा, हुगली
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