क्रिकेट की सफाई जरूरी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय की जो सख्त और तल्ख टिप्पणी आयी है, वह स्वागत योग्य है. शीर्ष अदालत के आदेश पर अध्यक्ष अनुराग ठाकुर व सचिव अजय शिर्के को पद त्यागना पड़ा है जिससे खेल भाव को नष्ट करनेवाले सभी लोगों को झटका लगा है और साथ ही एक कड़ा […]
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय की जो सख्त और तल्ख टिप्पणी आयी है, वह स्वागत योग्य है. शीर्ष अदालत के आदेश पर अध्यक्ष अनुराग ठाकुर व सचिव अजय शिर्के को पद त्यागना पड़ा है जिससे खेल भाव को नष्ट करनेवाले सभी लोगों को झटका लगा है और साथ ही एक कड़ा संदेश गया है कि वे खेल के साथ मनमानी नहीं कर सकते.
तफसील से अगर इस मुद्दे की पड़ताल की जाये, तो यह स्पष्ट है कि भारतीय क्रिकेट भ्रष्टाचार की दलदल में बुरी तरह लिपटा हुआ है. ऐसे में करोड़ों लोगों का आकर्षण का खेल सट्टेबाजी और रिश्तेदारी की भेंट चढ़ता देख सर्वोच्च न्यायालय की दखल लाजिमी है. इस खेल के स्वरूप को बिगाड़ने में और रसूख बढ़ाने में कई नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता उजागर हो चुकी है. लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों को पूर्णतः अपनाने से ही खेल का माहौल सुधरेगा और भ्रष्टाचार का खेल रुकेगा.
मनोज ‘आजिज’, आदित्यपुर, जमशेदपुर