घोटाले वाले निर्दोष कैसे ?

तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंगोपाध्याय को शारदा, रोजवैली जैसे चिटफंड घोटाले के संदर्भ में गिरफ्तार करने पर उस पक्ष के समर्थक क्रोधित हो गये हैं. ऐसा करना मतलब घोटाला करनेवाले को यह बताने जैसा है कि हम आप के साथ हैं. नेता चाहे किसी भी दल का हो, घोटाले में शामिल होने के सबूत होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2017 12:16 AM
तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंगोपाध्याय को शारदा, रोजवैली जैसे चिटफंड घोटाले के संदर्भ में गिरफ्तार करने पर उस पक्ष के समर्थक क्रोधित हो गये हैं. ऐसा करना मतलब घोटाला करनेवाले को यह बताने जैसा है कि हम आप के साथ हैं.
नेता चाहे किसी भी दल का हो, घोटाले में शामिल होने के सबूत होने के बाद भी उसका समर्थन करना गलत है. देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए मुहिम (नोटबंदी) चलानी पड़ती है और यहां तो घोटाले में पकड़े गये सांसद को बचाने के लिए हंगामा जारी है. क्या इन्हें नहीं लगता घोटाले करने वाले सलाखों के पीछे होने चाहिए? चिटफंड घोटालों ने आम जनता को फंसाया है.
अर्पिता पाठक, इमेल से

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