आतंकियों को सजा पर राजनीति भारी

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई के तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के फैसले ने आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियान पर एक जोर का तमाचा जड़ा है. राजीव गांधी की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति विशेष की हत्या नहीं थी, बल्कि पूरे देश के ऊपर आघात था. इस हत्या की साजिश में देश ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 24, 2014 5:51 AM

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों की रिहाई के तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के फैसले ने आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियान पर एक जोर का तमाचा जड़ा है. राजीव गांधी की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति विशेष की हत्या नहीं थी, बल्कि पूरे देश के ऊपर आघात था.

इस हत्या की साजिश में देश ने न केवल एक कर्मठ नेता खोया, बल्कि साथ में 17 और मासूम लोगों की जानें भी गयीं. आज तमिलनाडु में राजनीतिक दलों के बीच दोषियों की रिहाई को लेकर राजनीतिक लाभ उठाने के लिए होड़ मच गयी है.

राजीव गांधी की हत्या को भारत की आत्मा पर हमला करार देते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तमिलनाडु सरकार के इस फैसले को गलत बताया है और सभी पार्टियों से आतंकवाद पर कड़ा रु ख अपनाने को कहा है पर अफसोस यह है कि राजनीति आज सब पर भारी पड़ रही है.

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