दंगों पर न्याय नहीं
संपादकीय पढ़ा. आखिर कब मिलेगा न्याय? इसका जबाब शायद ही मिले क्योंकि दंगों पर न्याय नहीं राजनीति होती है, तभी तो पंजाब में सभी राजनीतिक पार्टी इसको अपने घोषणा-पत्र में रखा है. अन्यथा इनलोगों को पूछनेवाले हैं कौन? आजतक ना राम मंदिर बना, ना सिख दंगों से पीड़ित परिवार वालों को न्याय मिला. सिर्फ घोषणा-पत्र […]
संपादकीय पढ़ा. आखिर कब मिलेगा न्याय? इसका जबाब शायद ही मिले क्योंकि दंगों पर न्याय नहीं राजनीति होती है, तभी तो पंजाब में सभी राजनीतिक पार्टी इसको अपने घोषणा-पत्र में रखा है.
अन्यथा इनलोगों को पूछनेवाले हैं कौन? आजतक ना राम मंदिर बना, ना सिख दंगों से पीड़ित परिवार वालों को न्याय मिला. सिर्फ घोषणा-पत्र जारी करना जरूरी होता है, ताकि वोट बटोरे जा सके. वोट के लालच में मानवता का गला घोटनेवाली राजनीतिक पार्टियों पर और कब तक पंजाब की जनता विश्वास करती रहेगी? विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में 3325 लोगों की मौत पर 32 बरसों से न्याय का इंतजार आखिर कब तक?
राहुल राय, दिल्ली