सकारात्मक कदम चाहिए
आज के दिनों में, समाज में बराबरी के साथ ही आम जन के बीच में जागरुकता लाने के लिये नियम-कानून के अनुसार भारत सरकार ने गरीबों के लिए कई सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी है. जबकि, सरकारी सुविधाएं गरीबों की पहुंच से दूर होती जा रही है, क्योंकि अधिकारी अंदर ही अंदर गंठजोड़ बना कर गरीबों […]
आज के दिनों में, समाज में बराबरी के साथ ही आम जन के बीच में जागरुकता लाने के लिये नियम-कानून के अनुसार भारत सरकार ने गरीबों के लिए कई सारी सुविधाएं उपलब्ध करायी है. जबकि, सरकारी सुविधाएं गरीबों की पहुंच से दूर होती जा रही है, क्योंकि अधिकारी अंदर ही अंदर गंठजोड़ बना कर गरीबों को मिलने वाली सुविधाओं का बंदरबांट कर रहे हैं.
अपनी जेब को भरने के लिये वे गरीबों का पेट काट रहे हैं. नेता हमेशा गरीब और अनपढ़ों को ख्याली पुलाव में उलझाकर उनका वोट पा लेते हैं, फिर चंपत हो जाते हैं. पैसा गलत तरीके से कमाया जा रहा है. केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारों को मिलकर एक साथ कठोर व सकारात्मक कदम उठाने चाहिए जिससे एक स्वच्छ और ईमानदार समाज बन सके.
पंचम कुमार, इमेल से