हिंदू समाज की उदारता है
श्री रविभूषण जी ने अपने लेख ‘संघ, भाजपा और मोदी-योगी’ में बहुसंख्यक हिंदू समाज के खिलाफ खूब जहर उगला है. एक जगह उन्होंने लिखा है ‘हिंदुत्व सदैव कट्टर है’. हम इस मिथ्या पंक्ति पर गहरी आपत्ति दर्ज करते हैं. दुनिया के सभी धर्मों का इतिहास पलट लीजिये आप सिर्फ सनातन हिंदू धर्म ही सर्वाधिक सहिष्णु […]
श्री रविभूषण जी ने अपने लेख ‘संघ, भाजपा और मोदी-योगी’ में बहुसंख्यक हिंदू समाज के खिलाफ खूब जहर उगला है. एक जगह उन्होंने लिखा है ‘हिंदुत्व सदैव कट्टर है’. हम इस मिथ्या पंक्ति पर गहरी आपत्ति दर्ज करते हैं. दुनिया के सभी धर्मों का इतिहास पलट लीजिये आप सिर्फ सनातन हिंदू धर्म ही सर्वाधिक सहिष्णु और उदार रहा है.
उनकी आंखों में वामपंथ का चश्मा लगा है और वे उसकी मनमाफिक समीक्षा और टिप्पणी कर रहे हैं. कट्टरता उनकी सोच में है. जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि. हिंदू समाज की उदारता है जिसने ईसाई और इसलाम सहित सभी धर्मों को अपनी भूमि में आत्मसात किया. अभिव्यक्ति के आड़ में किसी धर्म विशेष को आहत करने से प्रभात खबर को बचना चाहिए था.
नारायण कैरो, लोहरदगा