कश्मीर में सैनिकों पर पथराव
आज बहुत दुख होता है, यह सुन कर कि हमारे कश्मीरी भाई-बंधु अपने ही सैनिकों पर पथराव करते हैं. हमारे सैनिक बंदूकों और कारतूसों से लैस होते हुए भी नियमों से बंधे हुए होने के कारण कुछ नहीं कर पाते. कुछ हजार रुपये के लिए कश्मीरी आतंकियों को बच कर भागने में मदद करते हैं. […]
आज बहुत दुख होता है, यह सुन कर कि हमारे कश्मीरी भाई-बंधु अपने ही सैनिकों पर पथराव करते हैं. हमारे सैनिक बंदूकों और कारतूसों से लैस होते हुए भी नियमों से बंधे हुए होने के कारण कुछ नहीं कर पाते. कुछ हजार रुपये के लिए कश्मीरी आतंकियों को बच कर भागने में मदद करते हैं. मुझे इसमें उन लोगों की कोई गलती नहीं दिखती है.
गलती हमारी है, गलती हमारी सरकार की है क्योंकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी हम उन्हें यह विश्वास नहीं दिला पाये कि वे सभी हमारी ही तरह हिंदुस्तानी हैं. हम उन्हें अच्छी शिक्षा और नौकरियां उपलब्ध नहीं करा पाये, जिस वजह से वे ऐसा कर रहे हैं. सरकार को चाहिए कि उनका भी विकास तेजी से करें ताकि वो आतंकवादियों के खिलाफ खड़े हो सके.
महिमा सिंह, उज्जैन