ट्रंप के सौ दिन
डोनाल्ड ट्रंप को सत्तारूढ़ हुए अभी सौ दिन पूरे हुए. अमेरिका और दुनिया को शायद कुछ भी नहीं मिला. अपने घरेलु नीतियों में उन्होंने बहुत चाहा की चुनावी घोषणा पत्र को लागू करें, मगर भावना, भाषण और हकीकत में जमीन-आसमान का फर्क होता है. यात्रा प्रतिबंध हो या मेक्सिको की सीमा पर दीवार खड़ी करनी […]
डोनाल्ड ट्रंप को सत्तारूढ़ हुए अभी सौ दिन पूरे हुए. अमेरिका और दुनिया को शायद कुछ भी नहीं मिला. अपने घरेलु नीतियों में उन्होंने बहुत चाहा की चुनावी घोषणा पत्र को लागू करें, मगर भावना, भाषण और हकीकत में जमीन-आसमान का फर्क होता है.
यात्रा प्रतिबंध हो या मेक्सिको की सीमा पर दीवार खड़ी करनी हो या ओबामा केयर नामक मेडिकल नीति को खत्म करने की बात हो. उन सभी मामलो में उन्हें कानून के हाथों मुंह की खानी पड़ी. फिर उन्होंने सीरिया में मिसाइल बरसाये. अब सनकी उत्तर कोरिया से, दो-दो हाथ करने को तैयार दिखाई दे रहे हैं. डर इस बात का है कि कहीं दो सनकी मिलकर तीसरे विश्व युद्ध का आगाज न कर बैठे? ईश्वर से प्रार्थना है कि दोनों वार्ता के जरिये मतभेदों को दूर करें.
जंग बहादुर सिंह, गोलपहाड़ी