झारखंड के शिक्षित बेरोजगार

शिक्षा में हर प्रयोग किये जा रहे हैं, पर मूल जरूरत को पूरा करने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया रही है सरकार. पिछले साल प्राइमरी स्तर पर शिक्षक नियुक्ति हुई, लेकिन उसमें भी फर्जी नियुक्ति हुई है. फिर से टेट का रिजल्ट आया, पर नियुक्ति के लिए कोई कदम नहीं लिया गया. हाइ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2017 6:15 AM

शिक्षा में हर प्रयोग किये जा रहे हैं, पर मूल जरूरत को पूरा करने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया रही है सरकार. पिछले साल प्राइमरी स्तर पर शिक्षक नियुक्ति हुई, लेकिन उसमें भी फर्जी नियुक्ति हुई है. फिर से टेट का रिजल्ट आया, पर नियुक्ति के लिए कोई कदम नहीं लिया गया.

हाइ स्कूल की नियमावली हाइकोर्ट में है, जेपीएससी का रिजल्ट भी संशोधित हो रहा है, +2 का रिजल्ट भी वेटिंग में है. हर रिजल्ट और नियुक्ति विवादित रही है. आखिर सरकार चाहती क्या है? कृपया हम शिक्षित बेरोजगारों को निराशा और नाउम्मीदी से बचा लीजिए. नियमित परीक्षाएं और समय पर रिजल्ट निकाल कर सही तरीके से नियुक्ति करे सरकार. पता नहीं झारखंड में शिक्षित बेरोजगारों के अच्छे दिन कब आयेंगे.

सुभद्रा कुमारी, इमेल से

Next Article

Exit mobile version