भ्रष्टाचार पर राजनीति क्यों?
भ्रष्टाचार अपने देश की सबसे बड़ी समस्या है. सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं, पर कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध लेते हैं. प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार पर तो खूब बोलते हैं, पर भाजपा शाशित राज्यों के भ्रष्टाचार पर कुछ नहीं बोलते. वास्तव में राजनीति के दोहरे मापदंड हैं. एक का भ्रष्टाचार […]
भ्रष्टाचार अपने देश की सबसे बड़ी समस्या है. सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं, पर कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साध लेते हैं. प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार पर तो खूब बोलते हैं, पर भाजपा शाशित राज्यों के भ्रष्टाचार पर कुछ नहीं बोलते. वास्तव में राजनीति के दोहरे मापदंड हैं. एक का भ्रष्टाचार नजर आता है, तो दूसरे का नहीं. आज सभी दल देश को नंबर वन बनाने का सपना दिखाते हैं, पर ईमानदार राजनीति के अभाव में यह कोरी कल्पना ही साबित हो रही है.
भ्रष्टाचार की जांच फाइलों में ही बंद रह जाती है. अपवादस्वरूप कुछ फाइलों को सार्वजनिक किया जाता है, वो भी अपना नफा-नुकसान देखकर. फिर भी उम्मीद है कि हमारे राजनीतिक दल कभी तो जागेंगे और भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए ईमानदार कोशिश करेंगे.
राजन राज, रांची