अनुज सिन्हा की तीन पुस्तकाें का आज सीएम करेंगे लाेकार्पण

रांची. वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा की तीन पुस्तकाें का लाेकार्पण राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास रविवार काे करेंगे. आर्यभट्ट सभागार (रांची कॉलेज के ठीक सामने) में 10.30 से आयाेजित इस विमाेचन कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद आैर वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश करेंगे. प्रभात खबर के प्रधान संपादक अाशुताेष चतुर्वेदी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हाेंगे. जिन तीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 14, 2017 6:58 AM

रांची. वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा की तीन पुस्तकाें का लाेकार्पण राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास रविवार काे करेंगे. आर्यभट्ट सभागार (रांची कॉलेज के ठीक सामने) में 10.30 से आयाेजित इस विमाेचन कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद आैर वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश करेंगे. प्रभात खबर के प्रधान संपादक अाशुताेष चतुर्वेदी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हाेंगे.

जिन तीन पुस्तकाें का विमाेचन शनिवार काे हाेगा, वे हैं-अनसंग हीराेज अॉफ झारखंड मूवमेंट (अंगरेजी में), झारखंड : राजनीति आैर हालात (हिंदी में) आैर बरगद बाबा का दर्द (हिंदी में). इन पुस्तकाें का प्रकाशन देश की प्रतिष्ठित प्रकाशन संस्था प्रभात प्रकाशन (नयी दिल्ली) ने किया है. इस माैके पर प्रभात प्रकाशन के मालिक श्री पियूष खुद माैजूद रहेंगे. इसके पहले अनुज कुमार सिन्हा की दाे आैर पुस्तकें प्रकाशित हाे चुकी हैं. पहली पुस्तक थी-झारखंड अांदाेलन का दस्तावेज : शाेषण, संघर्ष आैर शहादत. दूसरी पुस्तक पत्रकारिता से संबंधित थी-प्रभात खबर : प्रयाेग की कहानी.

1. अनसंग हीराेज अॉफ झारखंड आंदाेलन

यह किताब अंगरेजी में है. झारखंड आंदाेलन में सैकड़ाें गाेलीकांड हुए, हजाराें लाेग या ताे मारे गये या घायल हुए. झारखंड आंदाेलन में महत्वपूर्ण याेगदान देनेवाली ऐेसी घटनाआें का कहीं उल्लेख नहीं है. आंदाेलन के बड़े नेताआें काे ताे हर काेई जानता है लेकिन अन्य लाेगाें के याेगदान काे भुला दिया गया है. इस पुस्तक में प्रयास किया गया है कि देश-दुनिया काे झारखंड के आंदाेलनकारियाें की गाथा बतायी जाये. वे जाने कि झारखंड राज्य के निर्माण में किन-किन लाेगाें ने शहादत दी, आंदाेलन के असली हीराे काैन रहे.

2. झारखंड : राजनीति आैर हालात

झारखंड बनने के बाद कई सरकारें बदलीं. मुख्यमंत्री बदले. राज्य ने अनेक चुनाैतियाें का सामना किया. इस पुस्तक में समय-समय पर इन्हीं हालाताें पर अनुज सिन्हा द्वारा की गयी टिप्पणियाें काे संग्रहित किया गया है. इन लेखाें काे पढ़ने से झारखंड के 17 साल के हालात, कानून-व्यवस्था, शासन, राजनीतिक स्थिति, ट्रांसफर-पाेस्टिंग नीति, जनहित के मुद्दे की झलक मिल जाती है. सरकार किसी भी दल की रही हाे, उस समय के हालात पर स्पष्ट टिप्पणी अखबार में लिखी गयी.

3. बरगद बाबा का दर्द

यह पुस्तक पर्यावरण पर है. खास ताैर पर झारखंड से जुड़ा. बरगद बाबा एक पेड़ हैं जिन्हें जब काटा जा रहा है ताे वे नाराज हाेते हैं अाैर कहानी कहते हैं. इसमें बरगद का पेड़ एक जीवित पात्र है. कहानियाें में संवेदना है. कहानी के माध्यम से बरगद बाबा झारखंड के नदी, पहाड़, जंगल, जानवर, सामाजिक बुराई-तनाव, प्रदूषण सभी की बातें करते हैं आैर लाेगाें काे सचेत करते हैं. बाबा उदाहरण देते हुए संदेश देते दिखते हैं. कहानी के माध्यम से बाबा झारखंड के गाैरवपूर्ण इतिहास, ऐतिहासिक घटनाआें का भी जिक्र करते हैं.

प्रभात प्रकाशन : एक परिचय

इन तीनाें पुस्तकाें काे नयी दिल्ली की प्रकाशन संस्था प्रभात प्रकाशन ने प्रकाशित किया है. हिंदी की देश की सबसे बड़ी प्रकाशन संस्थाआें में एक प्रभात प्रकाशन 58 साल से ज्यादा समय से प्रकाशन के क्षेत्र में है. साहित्य की सभी विधाआें में इसने किताबें प्रकाशित कर देश-दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनायी है. इसे आइएसआे 9001 : 2008 के प्रमाण पत्र से प्रमाणित किया जा चुका है.फेडरेशन अॉफ इंडियन पब्लिशर्स द्वारा लगातार सर्वश्रेष्ठ प्रकाशन के लिए प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. पाठकाें काे कम कीमत पर पुस्तकें उपलब्ध कराने का लगातार प्रयास करनेवाली इस संस्था का रांची में स्टेशन राेड में आकर्षक शाे रूम है जहां सभी पुस्तकें उपलब्ध हैं. झारखंड पर प्रभात प्रकाशन ने अनेक पुस्तकें प्रकाशित की हैं. पिछले वर्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची में प्रभात प्रकाशन की 51 पुस्तकाें का एक साथ विमाेचन किया था.

Next Article

Exit mobile version