पाकिस्तान के पास छवि सुधारने का अवसर
पाकिस्तान के संबंध में आम धारणा है कि वह आतंक का पोषक देश है. उसकी छवि हालिया वर्षों में काफी धूमिल हुई है. कुलभूषण जाधव केस में एक बार फिर ऐसा ही हुआ. हेग के अंतरराष्ट्रीय अदालत में भारत की विजय हुई. अंतरराष्ट्रीय पंचायत ने पाकिस्तान की दलीलों को ठुकरा दिया और कुलभूषण जाधव की […]
पाकिस्तान के संबंध में आम धारणा है कि वह आतंक का पोषक देश है. उसकी छवि हालिया वर्षों में काफी धूमिल हुई है. कुलभूषण जाधव केस में एक बार फिर ऐसा ही हुआ. हेग के अंतरराष्ट्रीय अदालत में भारत की विजय हुई. अंतरराष्ट्रीय पंचायत ने पाकिस्तान की दलीलों को ठुकरा दिया और कुलभूषण जाधव की फांसी पर रोक लगा दी है. भारत पाक संबंधों में उदासीनता कम कटुता ज्यादा दिखती है.
कुलभूषण केस में पाकिस्तान को एक मौका मिला है अपनी छवि सुधारने का. पाकिस्तान के शीर्ष नेता व सैन्य अधिकारी मानवीय दृष्टिकोण अपना कर, बिना शर्त कुलभूषण को क्षमा करते हुए रिहा कर देते हैं, तो वह अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में एक नयी पहचान कायम कर सकते हैं. इसका व्यापक असर दोनों देशों के बातचीत पर भी पड़ सकता है.
सोहन कुमार, धुर्वा, रांची