अभिभावक बच्चों को न कोसें

अभी-अभी सीआइसीएसइ, सीबीएसइ, जैक बोर्ड का परीक्षाफल आया है. मैट्रिक और इंटर दोनों ही विद्यार्थियों के कैरियर के लिए अहम है. कोई स्टेट टॉपर आया तो कोई जिला या स्कूल टॉपर और कुछ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए. इन सबके बाद बाकि बचे विद्यार्थियों को कमजोर श्रेणी में गिना जाता है. इन बच्चों के अभिभावकों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2017 6:07 AM
अभी-अभी सीआइसीएसइ, सीबीएसइ, जैक बोर्ड का परीक्षाफल आया है. मैट्रिक और इंटर दोनों ही विद्यार्थियों के कैरियर के लिए अहम है. कोई स्टेट टॉपर आया तो कोई जिला या स्कूल टॉपर और कुछ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए. इन सबके बाद बाकि बचे विद्यार्थियों को कमजोर श्रेणी में गिना जाता है.
इन बच्चों के अभिभावकों अपने बच्चे को किसी भी तरह से न कोसें. उनका मनोबल बना कर रखें और बतायें कि दुनिया बहुत बड़ी है. अभी नंबर चाहे किसी के कितने भी अधिक हों, उनके कैरियर में आगे कई पड़ाव होते हैं. उन सभी पड़ावों को पार करना ही सफलता कहलाती है. ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां मैट्रिक में या कॉलेज में फेल होने के बावजूद दुनिया में आपना नाम रोशन किया हैं. सचिन तेंदुलकर, मार्क जुकरबर्ग, बिल गेट्स, स्टीव जॉब्स अदि प्रमुख नाम हैं.
पालुराम हेम्ब्रम, साल्गाझरी

Next Article

Exit mobile version