Bharatpol Portal : भारत में अपराध कर विदेश भागने वालों की सूची लंबी है. विदेश से अपराधियों को भारत प्रत्यार्पित करने की प्रक्रिया दुरूह होने के कारण अपराधियों को देश ले आने और उन पर मुकदमा चलाने में अत्यधिक देरी होती थी. अब भारतपोल पोर्टल के माध्यम से अपराधियों को पकड़ने में आसानी होने की उम्मीद है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को भारतपोल नामक एक नया पोर्टल लॉन्च किया. इस पोर्टल को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने तैयार किया है.
पोर्टल के माध्यम से भारत सरकार विदेश में बैठे वांछित अपराधियों को पकड़ने के लिए संबंधित देश की पुलिस से सहयोग मांग सकेगी. इस प्रणाली के तहत इंटरपोल को अपराधियों के बारे में सूचित करने और उनसे सहयोग लेने में आसानी होगी. पोर्टल को लॉन्च करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह हमारे देश की अंतरराष्ट्रीय जांच को एक नये युग में ले जाने की शुरुआत है. भारतपोल की सहायता से देश की तमाम जांच एजेंसियां और पुलिस बल बहुत आसानी से इंटरपोल के साथ संपर्क स्थापित कर सकेंगी, जिससे जांच की गति तेज हो पायेगी.
अभी तक यह होता था कि भारत में अपराध कर विदेश जा बैठे अपराधी का सुराग जानने, उसे पकड़ने और उसके भारत में प्रत्यार्पण के लिए राज्य की पुलिस या अन्य जांच एजेंसी गृह मंत्रालय की सहायता से सीबीआइ से संपर्क साधती थीं. उसके बाद सीबीआइ की इंटरपोल शाखा संबंधित मामले को विदेश मंत्रालय के जरिये फ्रांस के लियोन स्थित इंटरपोल के मुख्यालय भेजती थी. इसके बाद इंटरपोल वांछित भारतीय अपराधी के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास में लग जाती थी. सीबीआइ से संपर्क के लिए आम तौर पर जांच एजेंसियों या राज्य पुलिस इमेल या फैक्स या फिर पारंपरिक पत्राचार का सहारा लेती रही हैं. ऐसा करने से प्रक्रिया में देरी होती है और सूचनाओं के लीक होने का खतरा भी बना रहता है.
भारतपोल के आने से उपरोक्त सभी कमियां दूर होंगी और सभी जांच एजेंसियां व पुलिस बल एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आ जायेंगी और रेड नोटिस जारी करने समेत अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए अनुरोध भेज व प्राप्त कर सकेंगी. इस लिहाज से देखें, तो भारतपोल की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय अपराध से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने के भारत के व्यापक प्रयासों के एक हिस्से के रूप में हुई है. उम्मीद है कि इस पोर्टल से वैश्विक अपराध से लड़ने की भारत की क्षमता और मजबूत होगी.