Canned Food : इटली के इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजी का एक ताजा शोध बेहद चिंताजनक है कि डिब्बाबंद भोजन का बहुत अधिक सेवन करने से शरीर जल्द ही बूढ़ा होने लगता है. शोध के मुताबिक, इससे कोशिकाएं और ऊतक बहुत ज्यादा बूढ़े हो सकते हैं. बुढापे की रफ्तार दरअसल डिब्बाबंद भोजन की मात्रा के सेवन पर निर्भर करती है. प्रसंस्कृत और जंक फूड का सेवन लोगों को जल्दी बूढ़ा करता है, इसकी पड़ताल करने के लिए शोधकर्ताओं ने शोध में कुल 22,495 प्रतिभागियों को शामिल किया. शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने डिब्बाबंद प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन किया, उनमें जैविक उम्र ज्यादा देखी गयी.
प्रसंस्कृत भोजन के मुक्त कण दूसरे स्वस्थ अणुओं के साथ आसानी से प्रतिक्रिया करते हैं और डीएनए आरएनए तथा प्रोटीन को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कोशिका की मृत्यु होती है और शरीर तेजी से बूढ़ा होता है. डिब्बाबंद भोजन शरीर में सूजन भी पैदा कर सकते हैं, जिससे गठिया, टाइप-2 डायबिटीज, मोटापा और दिल की बीमारी की आशंका बढ़ जाती है. प्रसंस्कृत अनाज, प्रिजर्वेटिव और सोडियम से भरपूर डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ सेहत को बिगाड़ते हैं. इनमें अत्यधिक चीनी, खतरनाक रसायन, कार्बोहाइड्रेट, वसा आदि होते हैं.
चूंकि डिब्बाबंद खाने को काफी वक्त तक ताजा रखने के लिए कई चीजें मिलायी जाती हैं, इसलिए हद से ज्यादा इसका इस्तेमाल किसी भी व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसे ताजा रखने के लिए बहुत ज्यादा मात्रा में स्टार्च का भी इस्तेमाल किया जाता है. इससे शरीर में शुगर लेवल बढ़ने का खतरा काफी बढ़ जाता है. ऐसे खाने में तेल की मात्रा भी काफी ज्यादा होती है, जो शरीर के लिए काफी खतरनाक है.
डिब्बाबंद भोजन से तेजी से वजन तो बढ़ता ही है, इसमें पाया जाने वाला ट्रांस फैट शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाने का काम करता है, जो दिल के लिए तो काफी खतरनाक है ही, इससे आगे चलकर और भी कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. जहां तक भारत की बात है, तो विगत सितंबर की एक रिपोर्ट बताती है कि खान-पान पर अपने देश में परिवारों का औसत खर्च विभिन्न कारणों से भले ही घटा है, लेकिन डिब्बाबंद खाद्य उत्पादों का चलन बड़ी तेजी से बढ़ा है. रिपोर्ट यह भी बताती है कि प्रसंस्कृत और डिब्बाबंद भोजन की बढ़ती खपत लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करेगी. इटली के शोध के बाद देश में डिब्बाबंद भोजन के खिलाफ जागरूक होने की आवश्यकता है.