धोखाधड़ी पर अंकुश

फर्जी या संदेहास्पद कॉल करने और मैसेज भेजने वाले मोबाइल नंबरों की सूचना देने के लिए चक्षु पोर्टल की शुरुआत की गयी है

By संपादकीय | March 5, 2024 11:15 PM
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मोबाइल कॉल और मैसेज के जरिये होने वाले फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम पहल की है. फर्जी या संदेहास्पद कॉल करने और मैसेज भेजने वाले मोबाइल नंबरों की सूचना देने के लिए चक्षु पोर्टल की शुरुआत की गयी है. यह पोर्टल सरकार के संचार साथी पहल का हिस्सा है. संचार साथी वेबसाइट पर चक्षु पोर्टल के अलावा चोरी हुए मोबाइलों की जानकारी दी जा सकती है तथा अपने फोन और नंबर के बारे में पता किया जा सकता है. इसके अलावा, इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के बारे में भी जाना जा सकता है. यह प्रयास मोबाइल इस्तेमाल करने वाले लोगों को जागरूक, सशक्त और सुरक्षित करने के लिए है. संचार साथी पहल के माध्यम से अब तक 13.84 से अधिक चोरी हुए फोन को ब्लॉक किया गया है तथा 7.35 लाख से अधिक ऐसे फोन की पहचान की गयी है. संदेहास्पद गतिविधियों से जुड़े एक करोड़ मोबाइल नंबरों की सेवा भी समाप्त की गयी है.

चक्षु पोर्टल के बारे में बताते हुए केंद्रीय सूचना तकनीक एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि दूरसंचार सेवा विभाग ने फर्जी गतिविधियों को रोक कर बीते नौ महीने में लोगों का लगभग एक हजार करोड़ रुपये बचाया है. फर्जी लेन-देन से संबंधित जिन खातों पर पाबंदी लगायी गयी है, उनमें भी एक हजार करोड़ रुपये से अधिक हैं. उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि पिछले नौ महीने में 17 लाख ऐसे नंबरों को ब्लॉक किया गया है, जिनका इस्तेमाल एक बार ही हुआ था और वह भी धोखाधड़ी के लिए. बहुत से कारोबारी अपने उपभोक्ताओं का फोन नंबर रखते हैं. ऐसे संग्रहण से नंबरों के लीक होने के कई मामले सामने आ चुके हैं. कई कारोबारी आपस में इन नंबरों को साझा भी करते हैं, जिससे उनके अपराधी तत्वों के हाथ लगने की आशंका होती है. चक्षु पोर्टल में ऐसे मामलों की शिकायत भी की जा सकती है. भारत सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन की एक मुख्य प्राथमिकता साइबर और डिजिटल सुरक्षा है. इस संदर्भ में अनेक परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कई तंत्रों पर काम भी चल रहा है. फर्जीवाड़े से हासिल रकम की वसूली तथा धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल हो रहे बैंक खातों एवं सुविधाओं पर रोक लगाने के लिए सरकार रिजर्व बैंक समेत विभिन्न वित्तीय संस्थाओं के साथ भी काम कर रही है. पुलिस एवं अन्य जांच एजेंसियों तथा वित्तीय संस्थाओं के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान को सरल और त्वरित बनाने के उद्देश्य से दूरसंचार विभाग ने डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म भी स्थापित किया है. इस प्लेटफॉर्म और चक्षु पोर्टल से धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने में बड़ी मदद मिलेगी.

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