डीपसीक : कृत्रिम बुद्धिमत्ता की नयी क्रांति

DeepSeek : डीपसीक-आर1 एक तर्कशील एआइ मॉडल है जिसने शुरुआत से ही एआइ उद्योग में नये मानक स्थापित किये हैं. डीपसीक एआइ मॉडल एप्पल स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड होने वाले एप की श्रेणी में प्रथम स्थान पर पहुंच गया है.

By प्रभात सिन्हा | January 30, 2025 7:35 AM

DeepSeek : हाल ही में (20 जनवरी को ) लॉन्च हुए डीपसीक नामक चीन निर्मित एआइ मॉडल के नवीनतम संस्करण आर1 को लेकर तकनीक से जुड़े लोग और निवेशक काफी उत्साहित हैं. कुछ सप्ताह पहले तक क्रांतिकारी समझे जाने वाले जेनरेटिव एआइ का उपयोग करने वालों के लिए अब डीपसीक एक किफायती, सुलभ और खुले स्रोत के तौर पर उपलब्ध हो गया है.

डीपसीक-आर1 एक तर्कशील एआइ मॉडल है जिसने शुरुआत से ही एआइ उद्योग में नये मानक स्थापित किये हैं. डीपसीक एआइ मॉडल एप्पल स्टोर से मुफ्त में डाउनलोड होने वाले एप की श्रेणी में प्रथम स्थान पर पहुंच गया है.
डीपसीक के कारण व्यवसाय जगत में भी भारी उतार-चढाव देखने को मिला. सोमवार (27 जनवरी) को चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी एनवीडिया के बाजार मूल्य में लगभग 600 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, जो अमेरिकी शेयर बाजार में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है.

डीपसीक को मिली मजबूत प्रतिक्रिया ने एआइ क्षेत्र में चीन के तकनीकी वर्चस्व रोकने के अमेरिकी प्रयास को भी गहरा झटका दिया है, क्योंकि बीते कुछ वर्षों में अमेरिका ने चीन को उन्नत चिप के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था. डीपसीक-आर1 की एक महत्वपूर्ण विशेषता इसका ओपन सोर्स होना है, जिस कारण तकनीक और अनुसंधान सुलभ तौर पर उपलब्ध हो पायेंगे. साथ ही, अन्य व्यक्ति या संस्थाएं तकनीक और शोध का उपयोग नयी परियोजनाओं और कार्यप्रणाली में आसानी से कर पायेंगी. डीपसीक, एआइ द्वारा संचालित एक चैटबॉट है, जो दिखने और काम करने में चैट जीपीटी जैसा ही है.

निर्माताओं के अनुसार, गणित और कोडिंग जैसे कार्यों में यह ओपन एआइ के हाल ही में जारी किये गये ओ-वन मॉडल जितना ही शक्तिशाली है. ओपन एआइ के ओ-वन की तरह ही आर-वन भी ‘तार्किक’ एआइ मॉडल है. ऐसे मॉडल क्रमिक तौर पर ठीक उसी तरह की प्रतिक्रियाएं देते हैं, जैसी मनुष्य समस्याओं पर तार्किक प्रतिक्रियाएं देते हैं. डीपसीक आर-1 की एक अन्य विशेषता यह है कि यह अपने दूसरे समकक्ष मॉडल की अपेक्षा कम मेमोरी का उपयोग करता है, जिससे कार्य संपादित करने में लागत में कमी आती है.

बाइडू के एर्नी बॉट या बाइटडांस के दोउबाउ की तर्ज पर ही डीपसीक को भी संवेदनशील राजनीतिक सवालों को नजरअंदाज करने का प्रशिक्षण दिया गया है. डीपसीक के बेस मॉडल को प्रतिबंधित सूचना पेश करने से रोकने के लिए अतिरिक्त तकनीकी सुरक्षा परत के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है.


डीपसीक-आर1 ओपन सोर्स होने के साथ ही प्रभावी मूल्य पर उपलब्ध है. डीपसीक-आर1 मॉडल को प्रशिक्षित करना ओपन एआइ जैसे प्रचलित प्रतिस्पर्धियों की अपेक्षा 95 प्रतिशत सस्ता है. आश्चर्यजनक रूप से आर1 मॉडल के एपीआइ का मूल्य 0.55 डॉलर प्रति मिलियन टोकन है, जो ओपन एआइ के ओ1 मॉडल की कुल लागत का दो प्रतिशत है. इसके अतिरिक्त, डीपसीक-आर1 समान तर्क क्षमताओं के साथ एक बेहतर और सुगम मॉडल पेश करता है जिसको छोटे हार्डवेयर पर भी आसानी से चलाया जा सकता है. ये मॉडल 1.5बी से 70बी पैरामीटर की क्षमता से उपभोक्ता के जीपीयू पर अधिकांश कार्यों के लिए जीपीटी-4 के समकक्ष व्यवहार करते हैं. 1.5बी जैसे पैरामीटर प्रासंगिक भविष्यवाणियां करने के लिए प्रशिक्षित मॉडल की क्षमता के मापक होते हैं.

डीपसीक-आर1 एमओइ आर्किटेक्चर, आरएल-प्रथम प्रशिक्षण और जीआरपीओ एल्गोरिदम को समाहित कर इसको आम उपभोक्ता के लिए सुलभ बनाता है. यह तकनीक केवल आवश्यक मापदंडों को सक्रिय कर, गुणवत्ता से समझौता किये बिना कम्प्यूटेशनल लागत को कम करता है. आरएल-प्रथम प्रशिक्षण मॉडल को उन्नत तर्क क्षमताओं के साथ सशक्त बनाता है. यह उच्च उपयोगिता सुनिश्चित करने के लिये पढ़ने योग्य, सटीक और संदर्भ के साथ परिणाम पेश करता है. डीपसीक ओपन सोर्स होने के कारण सार्वजानिक उपयोग, उद्यम समाधान से लेकर उन्नत अनुसंधान तक विविध अनुप्रयोगों के लिये सुगमता से उपलब्ध होगा.

डीपसीक की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता से स्पष्ट होता है कि सिर्फ बड़े बजट और शीर्ष स्तरीय चिप से ही एआइ को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. हालांकि डीपसीक की लोकप्रियता उच्च स्तरीय चिप के भविष्य के लिए अनिश्चितता भी पैदा करती है. यह प्रमुख एआइ निर्माता कंपनी ओपन एआइ, जिसका बाजार पूंजीकरण 157 बिलियन डॉलर है, के लिए भी एक बड़ी चुनौती है. डीपसीक की कम लागत की घोषणा ने 27 जनवरी को दुनियाभर के वित्तीय बाजारों को प्रभावित किया. इस कारण ओरेकल, एनवीडिया, डेल टेस्ला को भारी नुकसान हुआ. फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, बाजार पूंजीकरण के आधार पर एनवीडिया चिप निर्माण में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी थी, लेकिन सोमवार को यह एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट के बाद तीसरे स्थान पर फिसल गयी. वर्तमान में डीपसीक एक निजी स्वामित्व वाली कंपनी है, इसका मतलब यह हुआ कि अभी यह आम निवेशकों के लिए उपलब्ध नहीं है.

बीते कुछ वर्षों से अमेरिका ने एनवीडिया जैसी दुनिया की अग्रणी चिप-निर्माताओं को चीन को उन्नत तकनीक बेचने पर प्रतिबंध लगाया था. चिप बुनियादी प्रश्नों के उत्तर देने से लेकर जटिल गणित की समस्याओं को हल करने वाले शक्तिशाली मॉडल बनाने के लिए आवश्यक होते हैं. ऐसे में चीन और डीपसीक जैसी चीनी कंपनियों के संस्थापकों ने चिप प्रतिबंध को मुख्य चुनौती और अवसर के तौर पर लिया. एमआइटी टेक्नोलॉजी रिव्यू के अनुसार, अनुमान है कि प्रतिबंध से बहुत पहले डीपसीक ने एनवीडिया ए100 चिप का 10,000 से 50,000 की संख्या तक भंडारण कर लिया था.


दुनिया के अग्रणी एआइ मॉडल सामान्यत: 16,000 विशेष चिप का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन डीपसीक ने अपने एआइ मॉडल को 2,000 विशेष चिप और हजारों निम्न-श्रेणी के चिप का प्रयोग कर प्रशिक्षित किया है. डीपसीक की प्रारंभिक सफलता से चीनी सरकार को बड़ा प्रोत्साहन मिला है, जो हमेशा अमेरिका से अलग तकनीक का निर्माण करने की कोशिश में लगी रहती है. डीपसीक कंपनी की सफलता को चीन के इनोवेशन 2.0 के प्रादुर्भाव के तौर पर देखा जा सकता है, जो भारत सहित अन्य विकासशील देशों के उद्यमियों को भी इनोवेशन के लिए प्रोत्साहित करेगा.
(ये लेखक के निजी विचार हैं.)

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