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मास्क पहनना न भूलें

हमें हेल्थ वर्कर्स के साथ भी सहयोग करना चाहिए, जो पिछले साल मार्च से लगातार हमारी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास और श्रम कर रहे हैं.

By प्रसांता दास | February 12, 2021 6:50 AM

प्रसांता दास

प्रमुख, यूनिसेफ, झारखंड

ranchi@unicef.org

हम सभी कोरोना टीकाकरण अभियान के प्रारंभ होने तथा चरणवार तरीके से स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मियों को टीका दिये जाने के बारे में पढ़ और सुन रहे हैं. लेकिन, क्या इसका अर्थ यह निकाला जाये कि कोरोना महामारी समाप्त हो चुकी है? संक्षेप में यदि कहें तो इसका उत्तर है नहीं! इसलिए यह जरूरी है कि अभी हम मास्क पहनना जारी रखें तथा कोरोना को संपूर्ण रूप से परास्त करने के लिए कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करें, भले ही आपका टीकाकरण क्यों न हो गया हो! जैसा कि हम जानते हैं कि कोविड की वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मियों तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को दी जा रही है. इसके बाद यह 50 वर्ष से कम आयु के उन व्यक्तियों को दी जायेगी, जो बीमारियों से ग्रस्त हैं. अंत में, बाकी लोगों का टीकाकरण किया जायेगा.

कोरोना संक्रमण से बचने और इसके प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका वायरस के संपर्क में आने से बचना है. वायरस मुख्य रूप से व्यक्तियों के एक-दूसरे के निकट संपर्क में आने से फैलता है. जब एक संक्रमित व्यक्ति खांसता है, छींकता है या बातचीत करता है, तो उस स्थान पर रेसपिरेटरी ड्राॅपलेट पैदा हो जाते हैं और अन्य लोग जो उस वातावरण में सांस लेते हैं, वह उस ड्राॅपलेट के संपर्क में आकर कोरोना संक्रमित हो जाते हैं. इसके अलावा, सतहों को छूने, जैसे कि दरवाजे के हैंडल या टेबल इत्यादि जहां संक्रमित ड्राॅपलेट होने की संभावना रहती है, उसे छूकर यदि मुंह, नाक या आंखों को छुआ जाये, तो संक्रमित होने का खतरा रहता है.

इसीलिए, वर्तमान परिस्थिति में संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए यह जरूरी है कि बचाव के उपायों को अपनाया जाये, जैसे कि दो गज की शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है. साथ ही उन स्थानों से दूर रहा जाये, जहां शारीरिक दूरी को सुनिश्चित नहीं किया जा सकता. इसके अलावा सही तरीके से मास्क पहनने तथा हाथों एवं श्वसन की स्वच्छता को सुनिश्चित करना भी आवश्यक है.

यहां पर एक बात ध्यान रखने की है कि टीकाकरण के बाद हमारे मन में मास्क को फेंकने का ख्याल आ सकता है, लेकिन हमें ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए. क्योंकि, टीका लेने के बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न होने में कुछ समय लगता है, इसलिए इस दौरान यदि लापरवाही बरती गयी, तो संक्रमण का खतरा हो सकता है. खासकर उन लोगों को विशेषकर यह सलाह दी जाती है जो कोरोना संक्रमित तो हैं, लेकिन उनमें इसके कोई लक्षण नहीं दिखते, ऐसे लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे मास्क पहनें तथा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें, ताकि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की सिफारिश के मुताबिक, मास्क का इस्तेमाल व्यापक रणनीति तथा संक्रमण के प्रसार को रोकने एवं जीवन बचाने के उपाय के तौर पर किया जाना चाहिए. इस दिशा-निर्देश के मुताबिक- ‘जब आप मास्क पहनते हैं तो आप खुद के अलावा दूसरों की भी रक्षा करते हैं. मास्क बहुत अच्छा काम करता है जब हर कोई इसे पहनता है.’ मैं अक्सर देखता हूं कि बाजारों में लोग शारीरिक दूरी के नियमों का पालन नहीं करते हैं और अधिकतर लोग बिना मास्क के ही घूमते रहते हैं. हमें खुद को तथा अपने आसपास के लोगों को यह समझाने की जरूरत है कि मास्क के उपयोग से न केवल वह खुद को, बल्कि अपने परिवार को भी सुरक्षित रख सकते हैं.

यह समय आत्मसंतुष्ट होने का नहीं है. हम भाग्यशाली हैं कि हमारे यहां संक्रमण की दर उन देशों के मुकाबले कम है, जहां अभी भी लाॅकडाउन की स्थिति है. लेकिन हमें लापरवाह नहीं होना चाहिए और कोविड बचाव के नियमों एवं व्यवहारों की भी अवहेलना नहीं करनी चाहिए. कई लोगों ने सार्वजनिक समारोहों एवं बाजारों में शारीरिक दूरी एवं सुरक्षा उपायों के नियमों के पालन तथा मास्क के उपयोग को बंद कर दिया है.

टीकाकरण अभियान की शुरुआत के कारण शायद लोग सावधानी बरतने के प्रति लापरवाह हो गये हैं. कई ऐसे लोग भी मिल जायेंगे, जिन्होंने कहना शुरू कर दिया है कि कोरोना संक्रमण का खतरा अब खत्म हो चुका है. जब मैं लोगों से मास्क पहनने का आग्रह करता हूं, तो उनकी प्रतिक्रिया हैरान करनेवाली होती है. वे कहते हैं- ‘कोरोना कहां है? अब यह समाप्त हो चुका है.’

लेकिन, दूसरी ओर चिकित्सा विज्ञान, विशेषज्ञ तथा सरकार इस बात पर लगातार जोर दे रहे हैं कि वैज्ञानिक तथ्यों एवं प्रमाणों के आधार पर अभी मास्क पहनना ही समझदारी है. एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में, हमें एक साथ आकर मास्क पहनने, हाथों को धोने, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने तथा शारीरिक दूरी के नियमों के पालन एवं इसके महत्व और प्रासंगिकता के बारे में लोगों को बताना चाहिए.

कोरोना वैक्सीन के लिए अपनी बारी का इंतजार करते हुए तथा इसे लेने के बाद भी हमें मास्क पहनना नहीं छोड़ना चाहिए तथा कोविड से बचाव के लिए उचित व्यवहार का पालन करना जारी रखना चाहिए. इसके अलावा, हमें हेल्थ वर्कर्स के साथ भी सहयोग करना चाहिए, जो पिछले साल मार्च से लगातार हमारी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास और श्रम कर रहे हैं.

Posted By : Sameer Oraon

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