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आजादी का अमृत महोत्सव : भारत में जीवन प्रत्याशा पहुंच चुकी है 32 वर्ष से 71 वर्ष तक

दुनियाभर में अमेरिका के अव्वल नंबर के स्वास्थ्य तंत्र (हेल्थ सिस्टम) की कोविड-19 ने बखिया उधेड़ दी थी, तो वहीं इस जानलेवा संक्रमण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर एक सुनियोजित स्वास्थ्य नीति के तहत परास्त कर दिया.

आजादी का अमृत महोत्सव : पूरा आकाश छू रही है आधी आबादी

महिलाएं अब अपनी सुरक्षा, सम्मान, पहचान और खुलकर जीने का अधिकार लेना भी जानती हैं और बतौर एक नागरिक अपना कर्तव्य निभाना भी. इसलिए स्वतंत्रता दिवस का अवसर भविष्य संवारने की उम्मीदों के रेखांकन का मौका भी है और देश की तरक्की में स्त्रियों की भागीदारी को मुड़कर देखने का मोड़ भी.

पिछड़ी हुई अर्थव्यवस्था से तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की डगर पर भारत

वर्ष 1947 में जब भारत आजाद हुआ था, तो भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) सिर्फ 2.7 लाख करोड़ रुपये की थी और जनसंख्या 34 करोड़ थी. वर्ष 2022-23 में भारत की जीडीपी 272 लाख करोड़ रुपये के करीब है और 1.42 अरब जनसंख्या के साथ भारत दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है.

देश को एक सूत्र में बांधे रखने में सिनेमा की अहम भूमिका

याद कीजिए हिंदी के प्रसिद्ध रचनाकार फणीश्वरनाथ 'रेणु' की कहानी ‘पंचलाइट’ में भी गोधन मुनरी को देखकर ‘सलीमा’ का गाना गाता है- ‘हम तुमसे मोहब्बत करके सनम..’. सिनेमा विभिन्न कलाओं-साहित्य, संगीत, अभिनय, नृत्य, पेंटिग, स्थापत्य को खुद में समाहित किये हुए है.

Happy Independence Day: ‘जय जवान-जय किसान-जय विज्ञान’ के दम पर भारत बन चला है शक्तिशाली राष्ट्र

आधुनिक युग में सबसे शक्तिशाली देश वह माना जाता है, जिसने अपने रक्षा क्षेत्र को मजबूत किया है. यह भारत के विज्ञान एवं तकनीक की ताकत ही है कि दुनिया में नौ देशों के पास परमाणु हथियार हैं, जिसमें भारत भी शामिल है.

Azadi Ka Amrit Mahotsav: हो चुकी है भारतीय खेलों के स्वर्ण युग की शुरुआत

एक तरफ हॉकी में भारत का स्वर्णिम युग ढलान पर था, तो उसी वक्त क्रिकेट की दुनिया में भारत का सूरज अपनी उदयाचल लालिमा बिखेरने लगा था. वर्ष 1970-71 में अजित वाडेकर की टीम ने वेस्टइंडीज को उसके ही घर में ऐतिहासिक शिकस्त दी, लेकिन इंडियन टीम ने 1983 में क्रिकेट की मठाधीशी को सिर के बल खड़ा कर दिया.

Happy Independence Day: तकनीक में तय किया शून्य से शिखर का सफर

भारत में आइटी उद्योग की विधिवत शुरुआत मुंबई में वर्ष 1967 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की स्थापना के साथ हुई. टीसीएस ने सॉफ्टवेयर सेवाओं की शुरुआत टाटा स्टील के कर्मचारियों के लिए पंच कार्ड सुविधाएं विकसित करने से किया. वर्ष 1973 में मुंबई में पहला सॉफ्टवेयर निर्यात क्षेत्र सीप्ज की स्थापना की गयी.

Happy Independence Day: अक्षय ऊर्जा बना भारत की तरक्की का नया ईंधन

वर्ष 1998 में इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन एक्ट ने ऊर्जा क्षेत्र में आर्थिक सुधारों को गति दी. इससे केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (सीइआरसी) तथा राज्यों में नियामकीय व्यवस्था खड़ी हुई. 2003 में इलेक्ट्रिसिटी एक्ट की वजह से ग्रामीण इलाकों में भी हर घर तक बिजली की पहुंच तय हुई.

जमीनी पत्रकारिता, निडरता और विश्वसनीयता प्रभात खबर की पूंजी

जब नक्सलियों ने बीडीओ का अपहरण कर लिया तो उसे प्रभात खबर ने छुड़वाया. पहाड़ों और नदियों को बचाने, प्लास्टिक पर बैन के लिए और अलबर्ट एक्का की पत्नी की सहायता के लिए अभियान चलाया. राज्यसभा चुनाव में विधायकों को प्रलोभन देकर जिस तरीके से वोट खरीदे जाते थे, उसे प्रभात खबर ने प्रमुखता से उठाया था.

डिजिटल युग में भी प्रिंट मीडिया की अहमियत बरकरार

डिजिटल युग में, जबकि टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो आधारित सूचनाएं रीयल टाइम में शहरों के ड्राइंग रूम से लेकर गांव के बैठक खाने तक पहुंच रही हैं, प्रिंट मीडिया की अहमियत बनी हुई है? क्या सोशल मीडिया (फेसबुक, ट्वीटर और वॉट्सएप) ने अखबार पढ़ने की ललक को कम कर दिया है?

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