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पुलिस इंवेस्टीगेशन की नई-नई तकनीक का विकास करे, एनआईए महानिदेशक दिनकर गुप्ता

67वीं आल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट (All India Police Duty Meet) का आयोजन 12 फरवरी से 16 फरवरी तक जगजीवन राम आरपीएफ अकादमी लखनऊ में हो रहा है. इसकी थीम Elevating the Standards Advancing Detection & Investigation है.

Surya Dev ki Aarti: ॐ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान… यहां से पढ़ें सूर्य देव की पूरी आरती

Surya Dev ki Aarti: सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति को जीवन के सारे ऐशो-आराम प्राप्त होते हैं, जो व्यक्ति सच्चे मन से सूर्य देव की पूजा करता है, उसे धन-धान्य के साथ-साथ निरोगी शरीर भी मिलता है.

AISF का 30वां राष्ट्रीय सम्मेलन बेगूसराय में शुरू, 20000 छात्रों ने एक साथ उठाई दिनकर विश्वविद्यालय की मांग

बेगूसराय में एक अक्टूबर तक चलने वाले ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के 30वें राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत गुरुवार को हो गई. पहले दिन छात्रों ने शहर में एक रैली निकाली. इसके बाद एक आम सभा का आयोजन हुआ, जहां कई नेताओं ने लोगों को संबोधित किया.

बिहार: दिनकर को स्मरण करने के साथ किताब उत्सव का शुभारंभ, पढ़ने के फायदे के बारे में दी गई ये जानकारी..

Ramdhari Singh Dinkar: बिहार के गांधी मैदान स्थित श्रीकृष्ण विज्ञान केन्द्र में दिनकर को स्मरण करने के साथ किताब उत्सव का शुभारंभ किया गया. यहां परिचर्चा में किताब पढ़ने के फायदें के बारे में जानकारी दी गई.

राष्ट्रकवि दिनकर की जयंती : -‘‘पापी है जो देवता समान दिखता है…जैसी पंक्तियों से दिनकर ने सत्ता को लताड़ा

स्वाधीनता-संघर्ष के कालखंड में वे विदेशी शासन के खिलाफ प्रचंड विद्रोह की आवाज बनकर उभरे और स्वाधीन भारत में राष्ट्र की आत्मा के सशक्त-सुंदर स्वर बनकर जन-मन में ‘राष्ट्रकवि’ के रूप में प्रतिष्ठित हुए. 47 वर्षों की उनकी साहित्य-साधना से निकली कालजयी कृतियां हिंदी की अनमोल धरोहर हैं.

रामधारी सिंह दिनकर को जिस पुस्तक के लिए मिला साहित्य अकादमी सम्मान, उस पुस्तक की खो गयी थी पांडुलिपी

Ramdhari Singh Dinkar Birthday: ‍रामधारी सिंह दिनकर का 23 सितंबर को जन्मदिन है. उनके बारे में कई किस्से है. बता दें कि दिनकर ने हिन्दी भाषा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पहचान दिलाई थी. इन्हें जिस पुस्तक के लिए साहित्य अकादमी सम्मान से नवाजा गया था. उसकी पांडुलिपी खो गई थी.

रामधारी सिंह दिनकर जयंती: संघर्ष भरा बचपन और राष्ट्रकवि के बारे में जानिए दिलचस्प बातें..

Ramdhari Singh Dinkar Birthday: रामधारी सिंह दिनकर की आज 116वीं जयंती है. इनका जन्म 23 सितंबर 1908 को हुआ था. राष्ट्रकवि के बारे में कई दिलचस्प किस्से है. इनका बचपन संघर्षों से भरा था. यह स्कूल जाने के लिए पैदल चलकर गंगा घाट तक जाते थे. इसके बाद फिर गंगा के पार उतरकर पैदल चलते है.

देश की आन के कवि थे रामधारी सिंह दिनकर

किसी खांचे या सांचे में फिट न होने के ही कारण पराधीनता के दौरान उन्हें ‘विद्रोही कवि’ और स्वतंत्रता के बाद ‘राष्ट्रकवि’ कहा गया, वहीं उनकी कविताओं में किये गये कई आह्वानों ने कुछ ऐसी जगह बनायी कि उनके लिए जनकवि का आसन भी सुरक्षित हो गया.

निरंतर कुछ न कुछ रचते रहे डॉ रामदयाल मुंडा, रामधारी सिंह दिनकर और जयशंकर प्रसाद की रचनाओं का अनुवाद भी किया

बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ रामदयाल मुंडा झारखंड की एक ऐसी शख्सीयत थे, जिन्होंने रचना धर्म कभी नहीं छोड़ा. जनजातीय भाषाओं में किताबें लिखीं, तो हिंदी, बांग्ला और संस्कृत की किताबों का अनुवाद भी किया. जानें उनकी रचनाओं के बारे में.

कोई दूसरा दिनकर नहीं हो सकता, पुण्यतिथि पर याद किये गये बेगूसराय में राष्ट्रकवि

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 49 वीं पुण्यतिथि पर आज कृतज्ञ राष्ट्र उन्हें श्रद्धा पूर्वक याद कर रहा है. इस मौके पर राष्ट्रकवि के जन्मभूमि बेगूसराय में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये.

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