पाकुड़, रमेश भगत : ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने शनिवार 11 मार्च, 2023 को पुराना डीसी कार्यालय परिसर स्थित भवन में चास हाट फार्मर प्रोड्यूसर कार्यालय का उदघाटन किया. इस दौरान मंत्री आलमगीर आलम ने जूट की उन्नत खेती के लिए मास्टर ट्रेनरों के बीच प्रमाण पत्रों का वितरण किया. वहीं, सखी मंडल की 674 समूहों के बीच 3 करोड़ 37 लाख रुपये का वितरण किया. मौके पर डीसी वरुण रंजन, डीडीसी शाहिद अख्तर, डीपीएम प्रवीण मिश्रा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्रीकुमार सरकार, वरिष्ठ कांग्रेस सेमिनूल इस्लाम सहित अन्य मौजूद थे.
जूट किसानों के जीवन में दिखेगा बदलाव : मंत्री आलमगीर आलम
कार्यक्रम में उपस्थित जूट किसानों और सखी दीदीयों को संबोधित करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि इलाके में जूट की पैदावार हमेशा से अच्छी रही है. मेरे मन में इन किसानों के लिए हमेशा से कुछ करने का सोच रहा है. खेती के विकास को लेकर नये-नये अविष्कार हो रहे हैं. जिसमें उन्नत बीज से लेकर मशीनों का विकास शामिल है. धान और अन्य अनाजों के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन जूट के लिए इस्तेमाल नहीं हो पा रहा था. जिसके बाद डीसी वरुण रंजन और जेएसएलपीएस के माध्यम से इन किसानों के लिए योजनाएं बनाई गई और उन्हें अमलीजामा पहनाने का काम शुरु हो गया है. जूट के उन्नत बीज का वितरण, किसानों को मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण के साथ-साथ इलाके में जूट फैक्ट्री के निर्माण से जूट किसानों के जीवन स्तर में काफी बदलाव देखने को मिलेगा.
जूट के किसानों और लोगों को मिलेगा रोजगार : डीसी
वहीं, डीसी वरुण रंजन ने चास हाट फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के कार्यालय के उद्घाटन के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा कि जूट के किसानों को रोजगार के अन्य अवसर उपलब्ध कराने के लिए कई प्रयास किया जा रहे हैं. जूट से आभुषण और अन्य सामानों के निर्माण के लिए 120 लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी. वहीं, पाकुड़ में जूट फैक्ट्री लगाकर राज्य सरकार को जूट के बोरे की बिक्री की जाएगी. इसके लिए प्रयास चल रहे हैं. वहीं इससे 15 करोड़ रुपये का कारोबार पाकुड़ जिले में आ सकता है. सरकार की कई योजनाएं शुरु होने वाली है. जिससे जूट के किसानों और स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकता है.
पाकुड़ में खुलेगा केंद्र : प्रवीण मिश्रा
जेएसएलपीएस के डीपीएम प्रवीण मिश्रा ने बताया कि जूट के किसानों को पानी की उपलब्धता बनी रहे इसके लिए मनरेगा के तहत जलकूप या डोभा भी बनाया जाएगा, ताकि जूट की खेती के अंतिम समय में किसानों को पानी की समस्या नहीं हो. जेसीआई पाकुड़ में भी जुट की खरीदारी के लिए केंद्र खोलेगी. जूट प्रोसेसिंग यूनिट पाकुड़ में लगाया जाएगा. जुट से सामान बनाने के लिए बीड़ी बनने वाली दीदियों को भी जोड़ा जायेगा, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जायेगा.
किसानों के बीच उन्नत बीज का वितरण
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने जूट किसानों के बीच उन्नत बीज का वितरण किया. इस दौरान 40 किसानों के बीच बीज का वितरण किया गया. वहीं जिले के 5 हजार 36 निबंधित जूट किसानों के बीच उन्नत बीज का वितरण किया जाएगा. इसके लिए जेएसएलपीएस ने 30 क्विंटल बीज की खरीदारी की है. जेएसएलपीएस के डीपीएल प्रवीण मिश्रा ने बताया कि जिले के जूट किसानों को उन्नत खेती से जोड़ने के लिए उन्हें उन्नत बीज और मशीन का वितरण किया जाएगा. पुराने बीज की खपत एक बीघा जमीन में एक किलो की होती है. वहीं नये बीज की खपत सिर्फ 600 ग्राम की है. ऐसे में किसानों को उन्नत बीज से खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. वहीं किसानों के बीच 9 सेट जूट की सीड ड़्रील मशीन का भी वितरण किया जाएगा. एक सेट में दो मशीने होंगी.
40 किसानों को दिया गया मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण
जिले में जूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए 40 गांवों से एक-एक जूट किसान को मास्टर ट्रेनर के प्रशिक्षण के लिए जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के आई केयर प्रोजेक्ट के तहत चयन किया गया है. इन्हें दो दिनों का प्रशिक्षण दिया गया. जिन्हें ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने प्रमाण पत्र वितरित किया. वहीं इन 40 मास्टर ट्रेनरों को आगे की ट्रेनिंग के लिए जुट कॉरपोरेशन का रिसर्च आर्गेनाइजेशन क्रिजाफ, कोलकाता में भेजा जाएगा.
सखी समहों के बीच 3 करोड़ 37 लाख रुपये का वितरण
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने जिले के 674 सखी दीदीयों के समूह के बीच 3 करोड़ 37 लाख रुपये का वितरण किया. इस दौरान उन्होंने सखी दीदीयों को चेक सौंपा. प्रत्येक समूह को 50-50 हजार रुपये स्वरोजगार सृजन के लिए दिया गया है.