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पाकुड़ में 60-40 नियोजन नीति के खिलाफ सड़क पर उतरे युवा, सरकार को दी आर्थिक नाकेबंदी की चेतावनी

60-40 नियोजन नीति के खिलाफ में शनिवार को पाकुड़ में सैंकड़ों युवा छात्र सड़क पर उतरे. इस दौरान छात्रों ने शहर में सांकेतिक बंदी की. जिसके बाद उनकी सांकेतिक गिरफ्तारी की गई. अब छात्रों ने सरकार को चेतावनी दी है कि मांग पूरी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी.

पाकुड़, रमेश भगत. हेमंत सरकार की 60-40 वाली नियोजन नीति के खिलाफ आदिवासी छात्र-छात्राओं ने शनिवार को शहर में सांकेतिक बंदी की. इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने रविंद्र चौक से सिदो-कान्हू मुर्मू पार्क तक रैली निकाली. रैली के दौरान सिदो-कान्हू मुर्मू पार्क के पास सड़क जाम कर दिया गया.

छात्र-छात्राओं की सांकेतिक गिरफ्तारी

सड़क जाम की सूचना पर नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और सड़क जाम कर रहे छात्र-छात्राओं की सांकेतिक गिरफ्तारी की गई. जिसके बाद सड़क जाम हटाया गया. नगर थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि नियोजन नीति को लेकर सड़क जाम कर रहे करीब 150 छात्र-छात्राओं की सांकेतिक गिरफ्तारी की गई है. जिसके बाद जाम को हटा लिया गया है.

आर्थिक नाकेबंदी की चेतावनी

वहीं सड़क जाम कर रहे छात्र नेता मार्क बास्की ने कहा कि झारखंड सरकार ने नियोजन नीति 60-40 के जरिए यहां के आदिवासी, मूलवासी और युवाओं के अधिकार को कुचलने का काम किया है. सरकार से हमारी मांग है कि राज्य में 1932 के खतियान आधारित नियोजन नीति लागू करे. उन्होंने कहा कि संथाल परगना बंदी सफल रहा है. यदि सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो फिर अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी.

Also Read: नियोजन नीति को लेकर दुमका समेत पूरे संताल परगना में छात्रों ने निकाली रैली, 60-40 नाय चलतो का लगाया नारा
आदिवासी-मूलवासी के हित में नियोजन नीति की मांग

इस दौरान शहरकोल मुखिया विकास गोंड, छात्र नेता कमल मुर्मू ने भी सरकार से आदिवासी-मूलवासी के हित में नियोजन नीति तैयार करने की मांग की. बंदी के दौरान छात्र नायक बजल टूडू, वरिष्ठ छात्र नायिका अशलिना मरांडी, उपछात्र नायिका सुशीला बेसरा, उप छात्र नायक चैतन मुर्मू, प्रवीण मरांडी, कैलाश मरांडी, सुलेधन हांसदा, विनयलाल मरांडी, संतोष मरांडी सहित कई अन्य मौजूद थे.

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