Palamu News: पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र के मिटार जंगल में गुरुवार को सीआरपीएफ 134 बटालियन टीम के साथ उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में दोनों ओर से कई राउंड गोलियां चली. जिसके बाद पुलिस सीआरपीएफ को भारी पड़ता देख उग्रवादी संगठन वहां से भाग निकले. इस दौरान वहां से भारी मात्रा में नक्सल सामग्री बरामद की गयी है. फिलहाल, पुलिस का सर्च अभियान जारी है.
बता दें कि पलामू जिले का मनातू थाना क्षेत्र नक्सलियों का सेफ जोन माना जाता है. थाना मुख्यालय के उत्तर की ओर से स्थित चक और आसपास का क्षेत्र नक्सलियों के गढ़ के रूप में जाना जाता है. चक झारखंड के पलामू, चतरा और बिहार के गया जिले का बार्डर क्षेत्र है. ऐसे में यहां नक्सलियों के तीनों क्षेत्र के संगठन प्रभावी रूप से कार्य करते हैं. यही कारण है कि आए दिन यहां नक्सली घटनाओं को अंजाम दिया जाता रहा है.
पलामू जिले के मनातू थाना क्षेत्र के मिटार स्थित बिसरांव जंगल में गुरुवार की सुबह पुलिस व टीएसपीसी के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुयी. दोनों ओर से लगभग 60- 70 राउंड गोली चली. इस घटना में किसी के हताहत की सूचना नहीं है. जानकारी के अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मिटार गांव के बिसरांव जंगल में प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपी का दस्ता है. पुलिस सूचना के आधार पर बिसरांव जंगल की ओर पहुंची. पुलिस को देखते ही नक्सलियों के दस्ते ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई शुरू की गयी. पुलिस व नक्सलियों के बीच लगभग एक घंटे तक मुठभेड़ हुई. पुलिस को भारी पड़ता देखकर नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले. पलामू के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि शशिकांत का दस्ता था. राज्य सरकार द्वारा दस लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है.
पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से एक एयरगन, नक्सलियों द्वारा फायरिंग की गयी एके 47 का छह खोखा, एसएलआर का तीन खोखा, पांच मोबाइल, दो पावर बैंक, 12 कंबल, 10 तिरपाल, दो जोड़ी जूता, छह पिट्ठु, तीन बेडसीट, चार प्लास्टिक का झोला, खाना बनावे वाला बर्तन, कपड़ा, डायरी, सोलर प्लेट, दवा, इंजेक्शन समेत अन्य सामान बरामद किया गया है.