Jharkhand News, Palamu News, मेदिनीनगर न्यूज : पलामू के उपायुक्त शशि रंजन ने पाटन की महुलिया पंचायत के स्वयंसेवक को कार्य मुक्त कर दिया है. पंचायत सेवक को निलंबित करते हुये इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) से स्पष्टीकरण मांगा है. ये मामला प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ा हुआ है. आपको बता दें कि शुक्रवार को जनता दरबार में महुलिया की फुलवंती कुंवर ने उपायुक्त के समक्ष पंचायत सेवक व पंचायत स्वयंसेवक के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी. 24 घंटे के अंदर इस मामले में उपायुक्त ने कार्रवाई की. उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि पदाधिकारी और कर्मी अपनी कार्यसंस्कृति में सुधार लायें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
फुलवंती कुंवर ने पलामू डीसी से शिकायत की थी कि 6 माह पहले रूफ़ लेवल तक आवास पूर्ण कर लिया है, लेकिन पंचायत सेवक एवं पंचायत स्वयंसेवक द्वारा उनका जियो टैग नहीं किया जा रहा है. आरोप है कि जियो टैग करवाने के लिए फुलवंती से 20 हजार रुपये घूस के तौर पर मांगा जा रहा है. शिकायत मिलने के बाद डीसी ने तत्काल इस मामले की सत्यता जांच करने के प्रधानमंत्री आवास के को-ऑर्डिनेटर को स्थलीय जांच के लिए भेजा. जांच में आरोप की पुष्टि हुई. इस मामले में प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर उपायुक्त ने तत्काल पंचायत सेवक को निलंबित करते हुए पंचायत स्वयंसेवक को कार्यमुक्त करने का आदेश दिया. डीसी शशि रंजन ने इस मामले मे पाटन के प्रखंड विकास पदाधिकारी से भी स्पष्टीकरण मांगा है.
इस मामले में न सिर्फ कार्रवाई की गयी, बल्कि 6 माह से लंबित चल रही द्वितीय किस्त की राशि के भुगतान की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी. फुलवंती कुंवर के विंडो लेवल तक का जियो टैग करा दिया गया तथा द्वितीय किस्त भुगतान के लिए एफटीओ भी जेनेरेट करवा दिया गया. डीसी श्री रंजन ने कहा जरूरतमंदों के कार्यों का ससमय निष्पादन हो, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए. जरूरतमंदों को बेवजह परेशान करने वाले कर्मियों और पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. बेहतर यही होगा कि पदाधिकारी और कर्मी अपनी कार्यसंस्कृति में सुधार लायें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
Posted By : Guru Swarup Mishra