मेदिनीनगर : कोरोना वायरस को परास्त करने के लिए पलामू पूरी तरह से तैयार है. न सिर्फ प्रशासनिक स्तर पर बल्कि सामाजिक स्तर पर भी कोरोना के वायरस के प्रभाव को रोकने के लिए बड़े निर्णय लिये जा रहे है. शुक्रवार को श्री महावीर नवयुवक दल जेनरल द्वारा भी एक बड़ा निर्णय लिया गया है. इसके तहत यह तय किया गया है कि कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए इस बार रामनवमी का जुलूस नही निकाला जायेगा.
इस मामले को लेकर शुक्रवार को नवयुवक दल के पहल पर विभिन्न रामनवमी पूजा समिति की बैठक बुलायी गयी थी. बैठक की अध्यक्षता जेनरल के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद जौहरी ने की. बैठक में सर्वसम्मति से जुलूस नही निकाले जाने का निर्णय लिया गया. बताया गया कि जेनरल द्वारा पांच झंडा लेकर निर्धारित मार्गों का भ्रमण करेगी. यह जुलूस का रूप नही बल्कि सिर्फ सांकेतिक रूप में निकाला जायेगा.
बैठक में तय किया गया कि पंचमी, षष्ठी, सप्तमी को प्रतिकात्मक जुलूस सिर्फ जेनरल द्वारा निकाला जायेगा. बैठक में कहा गया कि बदली हुई परिस्थिति में मेदिनीनगर के पूजा समिति व विभिन्न अखाड़े के लोग कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे और मुहल्ले में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे.
बैठक में गणेश गिरी, नवीन तिवारी, मुन्ना सिंह, बबलू गुप्ता, सुधीर दुबे, सतीश पांडेय, अरविंद अग्रवाल, विजय ओझा, मुकेश तिवारी, प्रभात उदयपुरिया, प्रमोद अग्रवाल, आकाश कुमार, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जैश रंजन पाठक उर्फ बिट्टु पाठक, प्रियरंजन, विशेश्वर गिरि, ललन सिन्हा सहित कई लोग मौजूद थे.
प्रधानमंत्री के जनता कर्फ्यू के निर्णय का स्वागत
श्री महावीर नवयुवक दल जेनरल ने 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपील पर जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए काम करेगी. इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम की शुरूआत की जायेगी. लोगों को भीड़ से बचने, अधिक से अधिक समय अपने घर में रहने के साथ-साथ जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने के लिए कहा जायेगा. क्योंकि कोरोना को परास्त करने के लिए यह जरूरी है कि जनता इस बात को भलीभांति समझे. इसके लिए जेनरल काम करेगा. जेनरल के अध्यक्ष दुर्गा जौहरी ने कहा कि रामनवमी प्रभु श्रीराम के आदर्शों को जीवन में आत्मसात करने के लिए मनाया जाता है. प्रभु श्रीराम का पूरा जीवन जन कल्याण पर आधारित है. इसलिए जनता के हितों को देखते हुए इस बार मेदिनीनगर में रामनवमी का जुलूस नही निकालने का निर्णय लिया गया है. क्योंकि किसी भी धर्म का मर्म जनकल्याण ही है.
दूसरी बार सांकेतिक रूप से निकलेगा जुलूस
पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर में रामनवमी पूजा के अवसर पर जुलूस निकालने की परंपरा काफी पुरानी रही है. बताया गया कि 1934 से मेदिनीनगर (तब डालटनगंज ) में रामनवमी पूजा की शुरूआत हुई थी. ऐसा दुसरी बार हुआ है जब जुलूस को सांकेतिक रूप से निकालने का निर्णय लिया गया है. इसके पूर्व एकीकृत बिहार के जमाने में वर्ष 2000 में ऐसा निर्णय लिया गया था. उस वक्त रामनवमी के जुलूस पर बिजली का तार गिरने से लगभग 29 लोगों की मौत हो गयी थी. करंट हादसा के बाद सांकेतिक रूप से जुलूस निकला था.