छतरपुर : छतरपुर थाना क्षेत्र के नेउरीबार निवासी संजय विश्वकर्मा की 19 वर्षीय बेटी प्रियंका ने प्रेमी के बहकावे में आकर ग्यारह वर्षीय अपने चचेरे भाई प्रकाश को जान से मार दिया. थाना प्रभारी वासुदेव मुंडा ने बताया कि थाना क्षेत्र के रामगढ़ निवासी मुकेश सिंह के साथ प्रियंका का प्रेम संबंध चल रहा था, जिसकी जानकारी उसके घर वालों को हो गयी. इसके बाद घर वालों ने प्रियंका से उसका मोबाइल फोन ले लिया था.
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प्रियंका अपने एक चचेरे भाई प्रकाश से उसका मोबाइल लेकर अक्सर मुकेश से बात किया करती थी. आठ मई को प्रियंका अपने सगे छोटे भाई व चचेरे भाई के साथ गांव से दूर सुनसान जगह जाकर चचेरे भाई प्रकाश के मोबाइल फोन से अपने प्रेमी मुकेश से बात कर रही थी, चचेरा भाई प्रियंका से अपना मोबाइल मांगने लगा तो प्रियंका ने थोड़ी देर और रुकने के लिए कहा, जिसपर प्रकाश ने कहा मोबाइल दो नहीं तो घर जाकर चाचा से सारी बात बता दूंगा.
दूसरी तरफ बात कर रहे मुकेश ने प्रकाश की बात सुन ली और प्रियंका से कहा कि ज्यादा तंग कर रहा तो कुएं में डाल कर मार दो. इसके बाद प्रियंका ने अपने सगे भाई को घर भेज दिया और पास ही कच्चे कुएं में सांप होने की झूठी बात प्रकाश को बताकर कुएं में झांकने को कहा. जैसे ही प्रकाश कुएं में झांक कर सांप को देखने का प्रयास करने लगा, प्रियंका ने पीछे से प्रकाश को कुएं में धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी.
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इधर देर रात तक प्रकाश घर नहीं आया तो घर वाले उसकी खोजबीन करने लगे. गांव वालों ने बताया कि शाम को प्रियंका के साथ कुएं की ओर जाते देखा था. बाद में उसी कुएं से प्रकाश का शव बरामद हुआ. प्रकाश के पिता बिनोद ने घटना की जानकारी पुलिस को दी.
थाना प्रभारी मुंडा ने बताया कि प्रियंका अपराधी प्रवृति की है. पूर्व में जब उसके घर वालों ने मोबाइल छीन लिया था तो उसने अपने पिता को मारने के लिए धतूरे को चटनी बनाकर दी थी. उसके पिता की उस वक्त जान बच गयी थी. पुलिस के समक्ष अपना गुनाह कबूल करते हुए प्रियंका ने सारी जानकारी दी. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. वहीं, उसके प्रेमी मुकेश की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है.