Palamu Violence News|पलामू जिला के पांकी में हुए दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प को चतरा के सांसद सुनील कुमार सिंह ने सुनियोजित साजिश करार दिया है. कहा है कि इसके पीछे आतंकवादी ताकतें शामिल हैं. उन्होंने कहा कि पूरी तैयारी के साथ घटना को अंजाम दिया गया. इस हिंसा के तार अन्य प्रदेशों के आतंकवादियों से भी जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि जैसे महान पर्व को मनाने पर रोक लगाना हिंदुओं की आस्था पर प्रहार है. भय का वातावरण बनाया गया है.
सुनील कुमार सिंह ने कहा कि रामनवमी, दुर्गा पूजा, होली, सरस्वती पूजा सहित अन्य त्योहारों पर दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा बेवजह तनाव पैदा किया जाता है. निर्दोष लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. सांसद ने कहा कि मामले की पूरी पारदर्शिता से जांच की जानी चाहिए. इसके लिए जरूरत पड़े, तो उच्चस्तरीय जांच भी करायी जानी चाहिए. तभी पलामू, चतरा जैसे इलाके में सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाड़ने की कोशिश की पर्दाफाश हो सकेगा.
सांसद श्री सिंह ने पांकी के राहेवीर पहाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बातें कहीं. सांसद ने कहा कि झड़प व पत्थरबाजी की घटना के बाद पुलिसिया कार्रवाई के नाम पर नाबालिग बच्चों को जबर्दस्ती पकड़ा जा रहा है. पांकी की जनता भय के साये में जीने को मजबूर है. उन्होंने कहा कि प्रशासन को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए. निर्दोष लोगों पर कार्रवाई से पुलिस को परहेज करना चाहिए.
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धारा 144 लागू होने की वजह से सांसद के अलावा भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अमित तिवारी, भाजपा नेता उदय कुमार शुक्ला ही वहां मौजूद थे. मौके पर पांकी के विधायक डॉ शशिभूषण मेहता ने कहा कि कई वर्षों के बाद पांकी में इस बार शिव बारात नहीं निकली है. इस घटना की साजिश रचने वालों का जल्द ही पर्दाफाश होगा. उन्होंने कहा कि जिस षड्यंत्र के साथ घटना को अंजाम दिया गया है, राज्य सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
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बता दें कि पुलिस प्रशासन की कड़ी चौकसी व सुरक्षा के बीच पांकी में महाशिवरात्रि पर्व मनाया गया. महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की बारात नहीं निकाली जा सकी. पांकी के राहेवीर पहाड़ी मंदिर से महाशिवरात्रि पर हर वर्ष भगवान शिव की बारात निकालने की परंपरा रही है. लेकिन पांकी की घटना के कारण वर्षों पुरानी यह परंपरा टूट गयी. प्रशासन के निर्देश पर राहेवीर पहाड़ी मंदिर सहित पांकी प्रखंड मुख्यालय शिव मंदिर में कड़ी सुरक्षा के बीच पूजा-अर्चना की गयी.