Jharkhand News: झारखंड के पलामू जिले के मोहम्मदगंज प्रखंड में इस वर्ष किसानों को आद्रा नक्षत्र में भी बारिश दगा दे गई. इस मौसम में किसान धान की बुआई करते खेतों में नजर आते थे. बारिश नहीं होने से वे निराश हैं और आसमान को निहारने लगे हैं कि कब इंद्रदेव कृपा करेंगे और बारिश होगी. चिलचिलाती धूप व उमसभरी गर्मी से किसान समेत सभी लोग परेशान हैं. अपर्याप्त बारिश से सुखाड़ की आशंका से किसान चिंतित हैं.
इंद्रदेव की मेहरबानी की उम्मीद
आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादल को देखकर आज भी किसानों को भरोसा है कि बारिश होगी और धान की फसल भी खेतो में लगेंगे. पलामू जिले के मोहम्मदगंज प्रखंड के सबनवा गांव के किसान दंपति असरफ खान व सम्बुल तारा ने बताया कि 11 एकड़ में पति-पत्नी हर वर्ष खरीफ की फसल में धान के साथ अन्य फसलों की खेती करते हैं. इस वर्ष खेती का मौसम निकलता जा रहा है. आद्रा बीत गया. खेतों में पानी नहीं है. मोटर पंप के पानी से बिचड़ा को अब तक बचा कर रखे हैं. इस उम्मीद में कि बारिश होगी. धान की बुआई भी देर सबेर होगी. इस तरह के हालात वर्षा पर निर्भर रहने वाले सभी किसानों के हैं.
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क्या कहते हैं कृषि पदाधिकारी
मोहम्मदगंज प्रखंड के प्रभारी कृषि पदाधिकारी अमरेश कुमार ने कहा कि स्थिति सुखाड़ की है. इस वर्ष खरीफ मौसम में 14 जून को न्यूनतम 1.3 मिमी व अधिकतम 4 जुलाई को 15. 30 मिमी वर्षा इस क्षेत्र में दर्ज की गयी है, जो चालू मौसम के लिए पर्याप्त नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान बिचड़ा को जिंदा रखे हैं. यह बड़ी बात है. पलामू में अधिक वर्षा हमेशा 15 अगस्त तक होने की संभावना बनी रहती है. पलामू में हमेशा अन्य जगहों की अपेक्षा वर्षा जुलाई से शुरू होकर अगस्त माह में ही अधिक होती है. किसानों की खेती उम्मीदों पर कायम है. किसानों को हौसला बनाये रखने की सलाह दी गयी है.
रिपोर्ट : कुंदन चौरसिया, मोहम्मदगंज, पलामू