Jharkhand News: पूर्वी सिंहभूम जिले में ‘एक जिला, एक उत्पाद’ की जगह ‘एक जिला, दो उत्पाद’ के जरिये लोगों की किस्मत बदलने की कोशिश की जा रही है. यहां टमाटर के अलावा काजू के उत्पादन को भी शोकेस किया जा रहा है. इसके तहत टमाटर और काजू के उत्पादन और किसानों की उद्यमिता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इन दो उत्पादों के माध्यम से जिले की पहचान होगी और उत्पादकों की किस्मत भी संवारी जायेगी. नयी तकनीक के जरिये सबको खेती करने का मौका भी दिया जा रहा है.
काजू के उत्पादन को बढ़ाने की योजना
पूर्वी सिंहभूम जिले में 1268 हेक्टेयर में पिछले साल टमाटर की खेती हुई थी, जो इस साल बढ़कर 1294 हेक्टेयर हो गयी. कुल 25,854 मीट्रिक टन टमाटर का उत्पादन पिछले साल हुआ था, वहीं इस साल 26371 मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य है. इसके अलावा चाकुलिया समेत कई क्षेत्र में काजू का उत्पादन किया जा रहा है. जिले में 4514 मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है. काजू के उत्पादन को और बढ़ाने की योजना पर काम हो रहा है. इसके तहत काजू के नये प्लांट लगाये जा रहे हैं. तीन प्लांट चाकुलिया, बहरागोड़ा, मानुषमुड़िया में लगाये गये थे, जिसको फिर से चालू करने की योजना है.
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उत्पादन के लिए नये इंटरप्रेन्योर विकसित करेंगे : कृषि पदाधिकारी
जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कालिंदी ने बताया कि टमाटर और काजू के उत्पादन को लेकर नये इंटरप्रेन्योर को विकसित किया जायेगा. नये लोगों को इससे जोड़ा जायेगा. इनको बाजार भी उपलब्ध कराया जायेगा, ताकि इसके जरिये जिले की भी शोकेसिंग हो सके.