Happy Birthday: मेजर ध्यानचंद से अधिक ओलंपिक मेडल पाने वाले हॉकी खिलाड़ी का जन्मदिन आज
Happy Birthday: भारत के पूर्व सफल हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को हम सभी जान रहे हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि आज हॉकी के उस दिग्गज खिलाड़ी का जन्मदिन है, जिसके नाम ओलंपिक में मेजर ध्यानचंद से अधिक मेडल है. जी हां दोस्तो मैं बात कर रहा हूं भारत के पूर्व स्टार हॉकी खिलाड़ी […]
Happy Birthday: भारत के पूर्व सफल हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को हम सभी जान रहे हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि आज हॉकी के उस दिग्गज खिलाड़ी का जन्मदिन है, जिसके नाम ओलंपिक में मेजर ध्यानचंद से अधिक मेडल है. जी हां दोस्तो मैं बात कर रहा हूं भारत के पूर्व स्टार हॉकी खिलाड़ी उधम सिंह की. उधम सिंह ने भारतीय हॉकी टीम के तरफ से खेलते हुए ओलंपिक में कुल चार पदक जीते हैं. जिसमें तीन स्वर्ण और एक रजत पदक शामिल है. आपकी जानकारी के लिए बता दें, ध्यानचंद के नाम तीन गोल्ड मेडल हैं. उनके अलावा रिचर्ड जेम्स एलन, रंगनाथन फ्रांसिस, रणवीर सिंह जेंटल और बलबीर सिंह सीनियर ने भी तीन-तीन ओलिंपिक गोल्ड जीते हैं.
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Happy Birthday: उधम सिंह ने कब-कब जीते पदक
भारत की ओर से सर्वाधिक ओलंपिक मेडल जीतने वाले उधम सिंह और लेस्ली क्लाउडियस के पास चार पदक हैं. क्लाउडियस 1948 से लेकर 1960 तक मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा रहे. इस दौरान भारत ने तीन गोल्ड और एक सिल्वर जीता. उधम सिंह 1952 में पहली बार ओलंपिक खेले और 1964 में आखिरी बार मेडल जीता. उनके पास भी तीन गोल्ड और एक सिल्वर है.
Happy Birthday: ओलंपिक में भारत ने जीते हैं कुल 12 पदक
ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने कुल 12 पदक अपने नाम किए हैं. इनमें आठ सोने के तमगे भी शामिल हैं. बाकी मेडल में एक रजत और तीन कांस्य पदक हैं. भारत ने 1928 में पहली बार हॉकी में मेडल हासिल किया और टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी पदक जीता. टीम इंडिया ने 1928 से 1956 तक लगातार छह हॉकी गोल्ड जीते. 1960 में फाइनल में हार मिली जिससे सिल्वर मिला. लेकिन 1964 और 1980 में उसने फिर से सोना जीता. 1968, 1972 और 2020 में कांस्य आया.
Happy Birthday: जयपाल सिंह मुंडा ने देश को दिलाया था पहला स्वर्ण पदक
आपकी जानकारी के लिए बता दें, भारत को पहला स्वर्ण पदक साल 1928 में एम्सटर्डम में खेले गए ओलंपिक मैच में मिली थी. उस समय भारतीय टीम की कमान झारखंड के स्टार हॉकी खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा संभाल रहे थे. ध्यानचंद भी इस टीम का हिस्सा थे. इसके बाद वे 1932 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में सोना जीतने वाली टीम इंडिया का भी हिस्सा थे. उस समय भारत ने लाल शाह बुखारी की कप्तानी में लगातार दूसरी बार सोना जीता. 1936 में ध्यानचंद ही कप्तान रहे और भारत ने गोल्ड की हैट्रिक लगाई. यह एडिशन जर्मनी की राजधानी बर्लिन में खेला गया था.