Paris Olympic 2024 में भारत को आठवें दिन निराशा हाथ लगी. भारतीय एथलीट अभी तक कुल 3 पदक अपने नाम करने में कामयाब रहे हैं. तीनों ब्रांज मेडल शूटिंग में आए हैं. इवेंट के दूसरे हाफ में भारतीय हॉकी टीम, मीराबाई चानू, लवलीना बोरगोहेन और लक्ष्य सेन पदक की उम्मीद है. बाकी सभी एथलीट ने निराश किया है. अपना चौथा ओलंपिक खेलने वाली महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी पिछले 3 ओलंपिक की तरह इस बार भी मेडल जीतने में सफल नहीं रही. हार के बाद उन्हें न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए अपने हार की वजह बताई. तो चलिए जानते हैं उन्होंने क्या कहा.
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Paris Olympic 2024: मैंने अपने खेल में सुधार करुंगी: दीपिका कुमारी
भारत की महिला तीरंदाज खिलाड़ी दीपिका कुमारी ने हार के बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ‘मैच में मैं अच्छा खेल रही थी. हालांकि मैं मैच हार गई. मैच के दौरान मैंने कुछ खराब शॉर्ट खेले, जिसकी वजह से मैंने अपना गेम गंवा दिया. मैं आगे से इन सारी चीजों का ध्यान रखूंगी और अपने खेल में और भी सुधार करूंगी. कम समय के कारण सही से निशाना लगाने में मुश्किल होती है. पर मैं अपने खेल में सुधार करती रहूंगी. मैं अपना खेल जारी रखूंगी.’
Paris Olympic 2024: लगातार चौथी बार मिली निराशा
दीपिका कुमारी भारत की नंबर वन तीरंदाज हैं और वे 2012 से लगातार ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. लंदन, रियो और टोक्यो ओलंपिक के बाद दीपिका पेरिस ओलंपिक में भी पहुंची थी. तीरंदाजी के व्यक्तिगत और ग्रुप इवेंट में उन्होंने हिस्सा लिया लेकिन पिछले 3 ओलंपिक की तरह पेरिस ओलंपिक में भी उनकी झोली मेडल से खाली रही है. ये उनके साथ साथ पूरे देश के लिए निराशाजनक हैं. वे अनुभवी हैं और ओलंपिक के अलावा दूसरी अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में उनका प्रदर्शन अच्छा रहता है इसलिए इस बार पेरिस में उनसे उम्मीद थी लेकिन उन्होंने फिर निराश किया.
Paris Olympic 2024: जीते कई पदक
टाटा तीरंदाजी अकादमी में दीपिका को साल 2006 में उन्हें पहली बार तीरंदाजी के लिए औपचारिक जरुरी उपकरण मिले थे. दीपिका कुमारी ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों और 2010 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीते. 2011 में उन्होंने विश्व कप में चार रजत पदक जीते. 2012 में उन्होंने तुर्की में विश्व कप में स्वर्ण पदक जीता. वह 2012 लंदन ओलंपिक में टॉप तीरंदाज के रूप में भाग लेने वाली थीं. इसके बाद भी उन्होंने कई रिकॉर्ड की बराबरी की.
Paris Olympic 2024: रिक्शा चालक हैं दीपिका के पिता
एक ऑटो-रिक्शा चालक के घर में जन्मी दीपिका के लिए तीरंदाजी के उपकरण जुटाना बेहद मुश्किल था. बावजूद इसके, उन्होंने अपने सपनों को कभी नहीं छोड़ा. बांस के बने उपकरणों से अभ्यास करके उन्होंने अपनी प्रतिभा को निखारा. दीपिका ने राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में भारत के लिए कई पदक जीते. उन्होंने विश्व कप में भी कई बार भारत का प्रतिनिधित्व किया और कई पदक जीते. उनकी सफलता ने भारत में तीरंदाजी को एक नई पहचान दी.