Paris Olympics 2024 के 13वें दिन भारत के लिहाज से अच्छा रहा. भारत ने 13वें दिन दो पदक अपने नाम किए. भारत को नीरज ने इस ओलंपिक का पहला सिल्वर मेडल दिलाया. वहीं भारतीय हॉकी टीम ने भी कमाल करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया. आपकी जानकारी के लिए बता दें, नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक की जैवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीतकर लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए. हालांकि इस मुकाबले में गोल्ड मेडल पर पाकिस्तान के अरशद नदीम ने अपना कब्जा जमा कर ओलंपिक में नया रिकॉर्ड कायम कर लिया. वहीं इस रिजल्ट के बाद नीरज चोपड़ा की माता की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जो गोल्ड मेडल ले गया है वो भी हमारा लड़का है. हमारे लिए चांदी भी सोने के समान है. मैं इस से संतुष्ट हूं.
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Paris Olympics 2024: जो गोल्ड ले गया है वो भी हमारा लड़का है: नीरज की मां
पानीपत में रहने वाली नीरज चोपड़ा की मां सरोज देवी ने कहा, ‘हम बहुत खुश हैं, हमारे लिए सिल्वर भी सोने के बराबर है. जो गोल्ड ले गया है वो भी हमारा लड़का है. मेहनत करके लेकर गया है. हर खिलाड़ी का दिन होता है. वह चोटिल हो गया था, इसलिए हम उसके प्रदर्शन से खुश हैं. जब वो (नीरज चोपड़ा) आएगा तो उसका फेवरेट खाना बनाऊंगी.’
Paris Olympics 2024: हर किसी खिलाड़ी का दिन होता है: नीरज के पिता
वहीं नीरज की जीत और प्रदर्शन पर उनके पिता सतीश कुमार का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि हम प्रेशर नहीं डाल सकते हैं. हर किसी खिलाड़ी का दिन होता है, आज पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम का दिन था, अरशद गोल्ड जीत पाए. उन्होंने कहा हम दूसरे ओलंपिक में जैवलिन में मेडल जीत पाए ये बहुत खुशी की बात है हम दूसरे देशों को फाइट दे रहे हैं.
Paris Olympics 2024: एक थ्रो और सिल्वर पक्का
आपकी जानकारी के लिए बता दें, पेरिस ओलंपिक में नीरज का केवल एक थ्रो जो उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में फेंका था. उसके वैध थ्रो माना गया था. उन्हें अपने दूसरे प्रयास में 89.45 मीटर तक भाला को फेंका था. ये थ्रो नीरज के इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ थ्रो था. इसके अलावा उनके पांचों प्रयास असफल रहे. इससे पहले उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था.
Paris Olympics 2024: दो बार 90 मीटर की सीमा लांघी पाकिस्तानी नदीम ने
दूसरे प्रयास में शानदार प्रदर्शन करने वाले पाकिस्तान के नदीम ने अपने तीसरे प्रयास में 88.72 मीटर की दूरी तय की, लेकिन वह अपने प्रयास से निराश दिखे. सभी की निगाहें नीरज चोपड़ा पर थीं, लेकिन उनका तीसरा प्रयास भी फाउल रहा. चौथे प्रयास में, नीरज एक बार फिर अपने प्रयास से खुश नहीं दिखे, क्योंकि उन्होंने जानबूझकर फाउल किया, जबकि दूसरी ओर, नदीम 79.40 मीटर का कमजोर प्रयास कर पाए. नीरज के लिए पांचवां प्रयास विशेष रूप से कठिन था, क्योंकि वह एक ठोस थ्रो करने में सक्षम थे, लेकिन अंतिम क्षण में, उनका संतुलन बिगड़ गया और उनका पैर लाइन पार कर गया. थ्रो फाउल में समाप्त हुआ.