बिहार के 16 लाख किसानों की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त रुक सकती है. इ-केवाइसी और आधार अपडेट न कराने के कारण ऐसा हो सकता है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 13वीं किस्त का भुगतान प्रस्तावित है, लेकिन यह उन किसानों को ही मिलेगा जो इ-केवाइसी करा चुके हैं. खाता से आधार कार्ड को जुड़वा दिया है.
16 लाख किसानों ने नहीं कराया इ-केवाइसी
सरकार ने जिला कृषि पदाधिकारियों को ऐसे किसानों को इ-केवाइसी कराने के लिए फिर से जागरूकता अभियान चलाने का आदेश दिया है. बैंक-कृषि विभाग के जागरूकता कार्यक्रम के बाद भी बिहार में 16 लाख ऐसे किसान हैं जिन्होंने अपना इ-केवाइसी नहीं कराया है. 10 लाख से अधिक किसानों के खाते आधार कार्ड नहीं जुड़े हुए हैं. अब इन खातों में भुगतान बंद किया जायेगा.
आयकर देने वाले किसानों से अभी तक 5.1 करोड़ की ही वसूली
आयकर देने वाले किसानों से सरकार अभी तक मात्र 5.1 करोड़ रुपये की ही वसूली कर सकी है. किसानों से 241.2 करोड़ रुपए वसूले जाने हैं. नियम में न होने के बाद भी 80,300 किसानों ने पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ ले लिया था. इसके अलावा एक लाख 14 हजार किसान अपात्र होने के बाद भी लाभ लेते आ रहे हैं.
Also Read: Khet Khalihan ki khabar: सर्दी और शीतलहर से बचाने के लिए किसान आलू को पिला रहे देसी शराब
85 लाख 60 हजार किसानों के खाते में 15,964 करोड़ किसान निधि हस्तांतरित
कृषि विभाग के अनुसार अभी तक राज्य 85 लाख 60 हजार किसानों के खाते में 15,964 करोड़ किसान निधि हस्तांतरित की जा चुकी है. जिन चार जिलों के किसान सबसे अधिक लाभान्वित हुए हैं, उनमें सारण के 6.01 लाख किसानों को 1,090 करोड़, पूर्वी चंपारण के 5.02 लाख किसानों को 916 करोड़ मिला है. सिवान, मुजफ्फरपुर के चार लाख से ज्यादा किसानों ने इस योजना का लाभ लिया है.