पटना. गुरुवार (19 मई )को दोपहर में जबरदस्त तपिश और वायुमंडल में बढ़ी हुई नमी के संयोग से पश्चिम में गोपालगंज से पूर्व में कटिहार तक जबरदस्त आंधी चली. आंधी के साथ-साथ कई जगहों पर बारिश भी हुई. तूफान से गोपालगंज जिले में भारी तबाही हुई है. इस जिले में तेज आंधी के कारण 177 पोल व 85 ट्रांसफॉर्मर गिरने से बिजली की आपूर्ति ठप रही. जिले में करीब एक हजार से अधिक पेड़ गिर गये. कुचायकोट में पेट्रोल पंप उखड़ गया. कोर्ट परिसर में पानी टंकी गिर गया.
मुंगेर और खगड़िया में ट्रेन सेवा बाधित हुई. अकबरनगर के पास ओवर हेड वायर पर पेड़ गिरने से जमालपुर और भागलपुर के बीच कई ट्रेनें फंसी रहीं. इनमें रामपुरहाट-गया पैसेंजर कल्याणपुर में, साहिबगंज-दानापुर इंटरसिटी एक्सप्रेस सुल्तानगंज में और डाउन गया-हावड़ा एक्सप्रेस रतनपुर स्टेशन पर फंसी रही. वहीं, खगड़िया स्टेशन पर मालगाड़ी के ऊपर बिजली के तार गिर जाने के कारण कटिहार बरौनी रेलखंड पर ट्रेन सेवा घंटों बाधित रहा. गुवाहाटी-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस पसराहा स्टेशन पर रुकी रही. कई अन्य ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक कर रखा गया.
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पटना : गांधी सेतु पर कंटेनर पलटा, रामगुलाम चौक पर पेड़ गिरने से चार कार क्षतिग्रस्त, कोतवाली थाने की पार्किंग की छत गिरी, बीएसएनएल की सेवा ठप
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मनेर : सोन व गंगा नदी में बालू लदी छह नावें डूबीं, करीब 70 मजदूर तैरकर बाहर निकले, एनएच-30 पर कई जगह पेड़ गिरने से आवागमन घंटों बाधित.
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जहानाबाद : काको ब्लॉक के पास एनएच-110 पर पेड़ गिरने से एक घंटे तक आवागमन रहा बाधित.
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नालंदा : पेड़ गिरने से बिजली के 60 पोल टूट गये. एकंगरसराय में 33 केवीए लाइन में आयी खराबी.
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सारण : इसुआपुर में 33 हजार और 11 हजार केवी के पोल गिरने से छपरा-सत्तरघाट सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतार लगी.
आंधी के दौरान पेड़ गिरने व ठनके से राज्य भर में अब तक 30 लोगों की मौत हो गयी, जबकि कई घायल हो गये. हालांकि, आपदा प्रबंधन विभाग ने नौ लोगों के ही मरने की पुष्टि की है. कई जगह बिजली के पोल- ट्रांसफॉर्मर और पेड़ उखड़ गये और बिजली आपूर्ति व ट्रेन सेवा ठप हो गयी. आम व लीची को भारी नुकसान पहुंचा है. इधर, पटना के पालीगंज में ओलावृष्टि भी हुई. अगले चार दिन भी पूरे बिहार में आंधी-पानी का अलर्ट जारी किया गया है.
इस आंधी-पानी (थंडर स्टोर्म ) की विशेष दशा के लिए बिहार से गुजर रही दो-दो ट्रफलाइन के चलते बने कम दबाव ने प्रेरक का काम किया. इस तरह 200 किमी की चौड़ाई का दायरा लेकर चली इस आंधी ने एक मौसमी चक्र बना लिया. यह थंडर स्टोर्म 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 450 किमी तक चला. इससे दिन में अंधेरा-सा छा गया. गंगा के मैदानी इलाकों में धूल का बवंडर आसमान में काफी घना और ऊंचाई तक देखा गया.
जिला मौत
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भागलपुर 06
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मुजफ्फरपुर 05
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लखीसराय 03
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मुंगेर 02
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सारण 02
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खगड़िया 03
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गोपालगंज 01
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बेगूसराय 01
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नालंदा 01
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जमुई 01
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पूर्णिया 01
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बांका 01
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जहानाबाद 01
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दरभंगा 01
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कटिहार 01