पटना: राज्य में कुपोषण का असर बच्चों पर पड़ रहा है. कुपोषण के कारण राज्य के बच्चों में नाटापन की शिकायत पायी जा रही है. यह बात अध्ययन में पाया गया है. यूनीसेफ के पोषण विशेषज्ञ आरएन परही ने बताया कि राज्य के पांच साल तक के बच्चों में अधिक कुपोषित पाये जा रहे हैं. इसके कारण राज्य में पांच साल से कम आयु के 42 प्रतिशत बच्चों में नाटापन पाया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि इसके लिए ठोस और सम्मलित प्रयास की जरूरत है. उन्होंने बताया कि सूक्ष्म पोषक तत्वों जैसे विटामिन ए,बी, बी-12, आयरन एवं जिंक की कमी बचपन एवं किशोरावस्था में पायी जाती है. उन्होंने बताया कि कई विभागों के साझा प्रयास से इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं. राज्य के छह माह से 23 माह तक के बच्चों में पूरक आहार की शुरुआत करने का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा
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पटना जीपीओ के फिलाटेली काउंटर से अब आम लोग मास्क, सैनिटाइजर, काढ़ा और हैंडवॉश खरीद सकेंगे. इस काउंटर का उद्घाटन पटना जीपीओ के चीफ पोस्ट मास्टर आरवी राम ने किया. इसकी जानकारी फिलाटेली के इंचार्ज अखिलेश कुमार ने दी. उन्होंने बताया कि लोगों में उत्साह काफी उत्साह देखा जा रहा है. हर दिन दर्जनों मास्क, सैनिटाइजर, काढ़ा आदि की बिक्री हो रही है. साथ ही लोग पुराने डाक टिकट भी खरीद रहे हैं.
पटना. कोरोना जांच की सुविधा वाले शहर के सभी छोटे सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में अब कोरोना हेल्प डेस्क की शुरुआत होगी. यहां कोरोना के परेशान मरीज, संदिग्ध या उनके परिजनों को सुविधा होगी. जानकारों के मुताबिक शहर के लोकनायक जयप्रकाश हड्डी अस्पताल, गार्डिनर रोड अस्पताल, राजेंद्र नगर नेत्र रोग, गर्दनीबाग आदि सरकारी अस्पतालों में हेल्प डेस्क की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया गया है. सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह स्वास्थ्य विभाग में हुई बैठक के बाद निर्णय लिया गया है. अगले एक सप्ताह के अंदर सुविधा दी जायेगी. इन हेल्प डेस्क पर सुबह आठ बजे से दो बजे तक चिकित्सक मौजूद रहेंगे. जो मरीज खांसी, बुखार, गले में खराश आदि की परेशानी बतायेंगे, उन्हें आइसोलेशन वार्ड भेजेंगे़