पटना : समाजवादी पार्टी ने अपना दाव खेलते हुए आज बिहार चुनाव में तीसरा मोर्चा के दखल को बढ़ा दिया है. समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने आज ऐलान किया कि जीतन राम मांझी की पार्टी हम को छोड़कर एसपी में शामिल हुए देवेंद्र यादव की अगुवाई में तीसरा मोर्चा बिहार में चुनावी मैदान में कूदेगा. तीसरा मोर्चा में समाजवादी जनता दल (जनतांत्रिक), राकांपा और समाजवादी पार्टी मिलकर सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. इससे पहले खबरें आ रही थीं कि समाजवादी पार्टी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी.
लेकिन ऐन मौके पर एक बड़ा ऐलान करते हुए सपा ने तीसरे मोर्चे का विकल्प खोल दिया है. महागंठबंधन से अलग हुई समाजवादी पार्टी को मनाने का हर प्रयास राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने किया लेकिन वे सफल नहीं हो पाये् हालांकि राजद और जदयू का दावा है कि सपा के अलग होने के बाद भी महागंठबंधन की शक्ति कम नहीं हुई है और वे बिहार चुनाव में जीत दर्ज करेंगे. उधर भाजपा लगातार महागंठबंधन पर निशाना साध रही है.
चुनावी समीकरण अभी भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि किस पार्टी या गंठबंधन का पलड़ा भारी है. चुनाव आयोग ने कल बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए अधिसूचना जारी कर दी है. 12 अक्तूबर को होने वाले पहले चरण के चुनाव में कुल 49 विधानसभा सीटों पर चुनाव होगा. पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 23 सितंबर है. बुधवार को पहले दिन दो उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किये.
बिहार विधानसभा चुनाव 12 अक्तूबर से पांच नवंबर के बीच पांच चरणों में पूरा होगा. चुनाव को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाले राजग और राजद एवं कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड रहे निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए लोकप्रियता की बडी परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है. बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए 12, 16, 28अक्तूबरऔर एक व पांच नवंबर को चुनाव होंगे. वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को पूरा हो रहा है. राज्य में कुल 6.68 करोड मतदाता हैं जिनमें से करीब 2.04 करोड मतदाताओं की उम्र 18 से 29 साल के बीच है. मतगणना 8 नवंबर को होगी.