पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत सूबे में 1.08 करोड़ लाभुकों को पांच लाख रुपये तक की चिकित्सकीय सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जानी है. इनमें करीब 29 लाख लोगों को गोल्डन कार्ड जारी कर दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से राज्य के करीब 80 लाख और राशन कार्डधारी परिवारों को भी इस योजना के तहत जोड़ा जा रहा है. इसके लिए बहुत जल्द प्रस्ताव कैबिनेट में आयेगा. वे गुरुवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में सामाजिक न्याय पखवाड़ा के पहले दिन प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि राशन कार्डधारियों के जुड़ जाने पर इस योजना के लाभुक करीब चार करोड़ लोग होंगे, जिन पर खर्च होने वाली राशि राज्य सरकार वहन करेगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत बिहार को मिलने वाले छह हजार करोड़ रुपये से अस्पतालों में बेड, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व अस्पतालों में संसाधनों की बढ़ोतरी होगी. चलंत अस्पताल खुलेंगे. पांडेय ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत राज्य के लोगों को जल्द ही हेल्थ कार्ड जारी किया जायेगा. उसमें व्यक्ति का पूरा डिटेल रहेगा, ताकि दुनिया के किसी भी कोने में मरीज के कार्ड से उसके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी मिल सके और उनका उपचार कर सकें. उन्होंने बताया कि सात मार्च से शुरू मिशन इंद्रधनुष फेज-4 के तहत नियमित टीकाकरण में तेजी लायी जा रही है.
कोरोना के कारण सामान्य टीकाकरण प्रभावित हुआ था. इसलिए तीन भाग में नियमित टीकाकरण होगा. मई में टीकाकरण अभियान चलाने की योजना है. भाजपा चिकित्सा मंच के प्रदेश संयोजक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड जारी करने के लिए सेंटर्स बनाये जायेंगे. साथ ही गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए हेल्प लाइन नंबर जारी किया जायेगा. मौके पर मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा, मीडिया प्रभारी अशोक भट्ट, राकेश सिंह, मीडिया पैनलिस्ट विनोद शर्मा इत्यादि मौजूद थे.
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