विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने रविवार को कहा कि बहुत कम दिनों में वीआईपी ने राज्य में जो अपनी पहचान बनाई है, वह आपके समर्थन का ही परिणाम है. उन्होंने सभी लोगों को इसके लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि जन-जन की आवाज बनना वीआईपी का संकल्प है.
सहनी ने कहा कि निर्धनों, दलितों, के कल्याण की बात आजादी के बाद से ही की जाती रही है, लेकिन अब तक हुआ कुछ नहीं. उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि हाशिये पर पड़े लोगों की आवाज बनने के लिए वीआईपी दृढ़संकल्पित है.
पूर्व मंत्री समस्तीपुर के मुसरीघरारी में पार्टी के अत्याधुनिक सुविधा से लैस कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा कि यहां उजियारपुर, वैशाली और समस्तीपुर लोकसभा के कार्यकर्ता रहेंगे और लोगों की समस्या सुनकर उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगे.
मंत्री ने कहा कि देश हो या राज्य यहां की सबसे बड़ी समस्या महंगाई और बेरोजगारी है. सभी राजनीतिक पार्टियां इन मुद्दों को लेकर सत्ता तक तो पहुंच जाते हैं लेकिन उसके बाद वे यही मुद्दे भूल भी जाते हैं.
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि वीआईपी जब सरकार में थी, तब इन मुद्दों को लेकर तथा हाशिये पर पड़े लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार में आवाज बुलंद करने की कोशिश की. लेकिन, आवाज दबाने के लिए मुझे ही मंत्री पद से हटा दिया गया तथा वीआईपी को भी सरकार से बाहर कर दिया गया. उन्होंने अपना संकल्प दोहराते हुए कहा कि हमलोगों की यह लड़ाई जारी रहेगी.
वीआईपी नेता ने कहा कि उन्हें याद रखना चाहिए कि वीआईपी के नेता हों या कार्यकर्ता , वे पद पर नहीं संघर्ष पर विश्वास करते हैं. हमारा रास्ता संघर्ष का है. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि हम अपनी मंजिल तक पहुंचने में कामयाब होगे.
वीआईपी के नेता ने कहा कि आज सत्ताधारी पार्टियों में भी निषाद समाज के कई नेता हैं, लेकिन निषादों के कल्याण की बात कभी नहीं की गई. आज भी निषादों का रोजी रोजगार नदियों पर आश्रित है.
इधर, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि हमें जितना दबाया जाएगा, उतने ही जनता का समर्थन मिलेगा. उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य चुनाव नहीं हमारा लक्ष्य लोगों को समस्या से मुक्त कराना है. इस मौके पर वीआईपी के कार्यकर्ता सहित निषाद विकास संघ से जुड़े बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.