बिहार के नालंदा निवासी सेना के एक जवान को मुखबिरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. बिहार एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड) और पुलिस की विशेष टीम ने सेना के जवान गणेश प्रसाद को खगौल के पास से गिरफ्तार कर लिया. गणेश पर पाकिस्तान की महिला एजेंट को सेना के दस्तावेज देने का आरोप है.
सेना के जवान गणेश पर आरोप है कि वो दो साल से आईएसआई की महिला एजेंट को सेना के सेक्रेट शेयर कर रहा था. गणेश की तैनाती पहले जोधपुर में रही उसके बाद पुणे के आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल कॉलेज में उसकी ड्यूटी लगाई गई थी. गणेश सेंट्रल कमांड की आर्मी इंटेलिजेंस यूनिट और आईबी के रडार पर था. बिहार एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड) और पुलिस की विशेष टीम ने रविवार को खगौल के पास से जवान को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपित जवान गणेश अभी पुणे स्थित सेना के कोर मेडिकल डिवीजन में तैनात था. जानकारी के अनुसार, करीब दो साल पहले जब वह जोधपुर में पदस्थापित होने के दौरान वह एक पाकिस्तानी महिला के संपर्क में आया था. आरोप है कि इस महिला को जवान गणेश ने सेना से जुड़े कई अहम दस्तावेज लीक करके दे दिये थे. यह एक तरह से ‘हनी ट्रैप’ का मामला है. इस जवान ने इस पाकिस्तानी महिला की जासूसी में मदद की थी.
शुरुआत में महिला ने अपने आप को नेवी का मेडिकल स्टाफ बताया था. इस वजह से यह जवान झांसे में आ गया. इस जवान ने शुरुआती पूछताछ में अपना जुर्म कबूल किया है. उसने बताया कि सेना के अस्पताल से जुड़ी कुछ अहम जानकारी उसने संबंधित महिला को दी है. इसमें अस्पताल से जुड़ी यूनिट की संख्या, मेडिकल स्टॉफ की संख्या समेत कुछ अन्य जानकारियां शामिल हैं.
गणेश के मोबाइल का पूरे डाटा का विस्तृत विश्लेषण किया जा रहा है. इसके बाद कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना है. फिलहाल इस मामले की जांच में मिलिट्री इंटेलिजेंस, एटीएस, आइबी समेत अन्य एजेंसियां जुटी हुई हैं. जांच के बाद इससे जुड़े कुछ अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी की जा सकती है.
Published By: Thakur Shaktilochan